IIT BHU

IIT BHU: 1982 बैच के पुरातन छात्रों का आईआईटी (बीएचयू) में चार दिवसीय समागम

IIT BHU: रमेश श्रीनिवासन ने अपने दिये 9.5 करोड़ के अनुदान से बने रमेश श्रीनिवासन छात्र गतिविधि केंद्र का किया अवलोकन

  • पुरा छात्र रमेश श्रीनिवासन विशिष्ट पूर्व छात्र अवार्ड से सम्मानित
  • पुरा छात्रों ने किया अपने अपने विभागों और हॉस्टल का भ्रमण

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 06 नवंबर:
IIT BHU: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) के 1982 बैच के पूर्व छात्रों का चार दिवसीय समागम समारोह गुरूवार तीन नवंबर से आरंभ हुआ। यह आयोजन रविवार 6 नवंबर तक रहेगा। इस आयोजन में 82 बैच के विभिन्न विभागों से तकरीबन 60 पूर्व छात्र अपने जीवनसाथी के साथ इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। समागम की मुख्य विशेषता यह है कि इस आयोजन में श्री रमेश श्रीनिवासन (मेटलर्जी 1982), अध्यक्ष और सीईओ एजिलिसिस (नैस्डेक-एजीवाईएस, यूएसए) भी शामिल हैं जिन्होंने पिछले वर्ष सितंबर 2021 में छात्र गतिविधि केंद्र (स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स) के लिए 1.3 मिलियन अमरीकी डालर (लगभग 9.5 करोड़ रूपये) का योगदान दिया था।

यह जानकारी देते हुए अधिष्ठाता, संसाधन और पूर्व छात्र, प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने बतााय कि सभी पुरा छात्रों ने शनिवार को किंग्स पैवेलियन जिमखाना मैदान में वर्तमान छात्रों के साथ मैत्री क्रिकेट खेला। रविवार को सभी पुरा छात्र बनारस घाटों और मंदिरों का भ्रमण करेंगे। इसके पूर्व शुक्रवार 4 नवंबर को श्री रमेश श्रीनिवासन एवं 1982 बैच के सभी पूर्व छात्रों का स्वागत समारोह रमेश श्रीनिवासन छात्र गतिविधि केंद्र में आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री रमेश श्रीनिवासन ने सेंटर की कई सुविधाओं का उद्घाटन किया। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि श्री रमेश श्रीनिवासन के उदार योगदान के बाद ही इस छात्र गतिविधि केंद्र का नाम रमेश श्रीनिवासन छात्र गतिविधि केंद्र (आरसी-एसएसी) रखा गया है।

रमेश श्रीनिवासन को आरएस-सैक में छात्रों को विश्व स्तरीय इनडोर खेल सुविधाएं दी जाती हैं जिसमें जिम, स्क्वैश कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, टेबल टेनिस कोर्ट और ताईक्वांडो, बॉक्सिंग, योग और कैरम और शतरंज के लिए कमरे सहित विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है। आरएस-सैक के दौरे के बाद, सभी पूर्व छात्रों ने निदेशक, आईआईटी (बीएचयू) के साथ नवनिर्मित धनराजगिरी-द्वितीय छात्रावास और अपने-अपने विभागों का दौरा किया। इसके पूर्व संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन द्वारा सभी पुरा छात्रों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जिसमें 1982 बैच के सभी पूर्व छात्रों और उनकी पत्नी, संस्थान के सभी डीन और विभागों के प्रमुख, बनारस एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष, एआईबीए दिल्ली के अध्यक्ष व संस्थान के पदाधिकारी शामिल रहे।

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इसके उपरांत शुक्रवार को एबीएलटी परिसर में पुरा छात्रों और संस्थान के पदाधिकारियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्थान के निदेशक ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी के पूर्व छात्र अपने चुने हुए क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और संस्थान के समग्र विकास में उनकी मातृ संस्था को उनका समर्थन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने दुनिया भर में इस संस्थान के उन सभी पूर्व छात्रों को धन्यवाद दिया जो अपनी मातृ संस्था का समर्थन करने के लिए आगे आ रहे हैं और अन्य सभी पूर्व छात्रों से भी अनुरोध किया कि वे अपने मातृ संस्थान के समर्थन के लिए आगे आएं। इस अवसर पर प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने प्रोफेशन श्रेणी के तहत श्री रमेश श्रीनिवासन को विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार-वर्ष 2022-23 प्रदान किया।

अपने संबोधन में रमेश श्रीनिवासन ने कहा कि आईआईटी (बीएचयू) का मेरे शुरुआती वर्षों के दौरान मेरे जीवन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा और मुझे एक पूर्ण इंसान बनने में मदद मिली। मैं खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे छात्र गतिविधि केंद्र में योगदान करने का मौका दिया गया है। उन्होंने संस्थान में समग्र विकास कार्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए संस्थान प्रशासन को धन्यवाद दिया।

प्रो. राजीव श्रीवास्तव, डीन ने संस्थान में बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित कार्यों सहित चल रही गतिविधियों के बारे में एक प्रस्तुति दी।इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान की कुलगीत और भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर प्रो. राजीव श्रीवास्तव, डीन (संसाधन और पूर्व छात्र), प्रो. एल.पी. सिंह, डीन (छात्र मामले), प्रोफेसर एसबी द्विवेदी, डीन (शैक्षणिक मामले) व अन्य डीन और विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे.

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