Hindi University in Vardha: हिंदी विश्वविद्यालय में सर्जनशीलता संवर्धन शिविर का हुआ समापन
- जीवन में शिक्षा के साथ-साथ क्षमता और कौशल का विकास जरूरी: कुलपति प्रो. शुक्ल
Hindi University in Vardha: हिंदी विश्वविद्यालय में पुलिस अधीक्षक नूरूल हसन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे की उपस्थिति में सर्जनशीलता संवर्धन शिविर का हुआ समापन
वर्धा, 01 जून: Hindi University in Vardha: महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में 15 से 30 मई के दौरान आयोजित सर्जनशीलता संवर्धन शिविर के संपूर्ति कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि बच्चों में शिविर के पंद्रह दिनों के बाद दिखा उत्साह विराट परिणाम देने वाला रहा। जीवन में शिक्षा के साथ-साथ क्षमता और कौशल का विकास आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि बच्चें क्या बनना चाहते हैं इस पर अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। विश्वविद्यालय की ओर से पिछले दो वर्षों से आयोजित शिविर के वर्धा और आसपास के नागरिकों के सहयोग से अच्छे परिणाम सामने आए हैं, इस तरह की गतिविधियों का और विस्तार किया जाएगा। मुख्य अतिथि वर्धा जिला के पुलिस अधीक्षक नूरूल हसन ने कहा कि गीत, संगीत और नाटक के माध्यम से बच्चों में बचपन से ही सर्जनशीलता का विकास करने की आवश्यकता है।
बच्चों के भीतर के कला-गुणों को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार के शिविर निरंतर होने चाहिए। वर्धा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे ने कहा कि अच्छे नागरिक बनाने का काम शिविर के माध्यम से किया जाता है और ऐसे शिविर बच्चों के सर्वांगीण विकास में उपयोगी सिद्ध होते हैं।
विश्वविद्यालय के कस्तूरबा सभागार में 31 मई को कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में शिविर का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रतिकुलपति द्वय प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल, प्रो. चंद्रकांत रागीट, कुलसचिव क़ादर नवाज़ ख़ान प्रमुखता से उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बच्चों ने गणेश वंदना, छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर नाटक, कश्मीरी एवं राजस्थानी नृत्य, कराटे आदि की प्रस्तुतियां देकर उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अभिभावकों की ओर से अमरेश कुमार एवं माधुरी खडसे ने मंतव्य व्यक्त किये। इस दौरान कुलपति प्रो. शुक्ल, नूरूल हसन तथा रोहन घुगे की ओर से प्रशिक्षक मोहित सहारे, आशीष ठाकरे, रागिनी ठाकरे, पूजा गोसटकर, पलक लक्षणे, अक्षय सोमनकर, प्रतीक सूर्यवंशी, सुविधा झोटिंग एवं जान्हवी ठोंबरे का सम्मान श्रीफल, सूतमाला, शाॅल, अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न प्रदान कर किया गया।
कुलपति प्रो. शुक्ल ने पुलिस अधीक्षक नूरूल हसन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे का श्रीफल, सूतमाला, शाॅल एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर स्वागत किया।
इस दौरान क्ले आर्ट और चित्र प्रदर्शनी भी लगायी गई थी। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डाॅ. संदीप सपकाळे ने किया तथा कुलसचिव क़ादर नवाज़ ख़ान ने आभार ज्ञापित किया। स्वागत वक्तव्य प्रभारी कुलानुशासक डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय ने दिया। कार्यक्रम में अध्यापक, अभिभावक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
शिविर के सफल आयोजन में संयोजक डाॅ. जयंत उपाध्याय, आरती गुडधे, पवन कुमार, अरविंद कुमार, रवि वानखेड़े, प्रवीण शेळके आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही।
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