BHU ENT Seminar: बी एच यू मे ई एन टी विभाग के तत्वावधान में तीन दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन
BHU ENT Seminar: के एन उडुप्पा सभागार मे हो रहे कांफ्रेंस मे 50 विशेषज्ञों के साथ 300 से ज्यादा प्रतिभागियों का होगा जमावड़ा
- BHU ENT Seminar: संगोष्ठी मे ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों द्वारा प्लूरा से डूरा तक सभी रोगों पर विस्तार से होगी चर्चा, लार ग्रंथि का बिना आपरेशन के इलाज की नवीन तकनीक का होगा प्रदर्शन
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 27 सितंबर: BHU ENT Seminar: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के चिकित्सा विज्ञान संस्थान मे कान, नाक, गला ( ई एन टी) विभाग के तत्वावधान मे तीन दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हो रहा है. पद्मश्री के एन उडुप्पा सभागार मे आयोजित तीन दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन समारोह 28 सितंबर को होगा. संगोष्ठी मे 22 राज्यों से 50 ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों के साथ ही कुल 300 प्रतिभागियों की उपस्थिति होगी. इस आशय की जानकारी आयोजक मंडल के प्रमुख प्रो राजेश कुमार, प्रो विश्वंभर सिंह, डॉ सुशील कुमार एवं डॉ शिवा सेल्वाराज ने, बी एच यू के जनसंपर्क कार्यालय मे आयोजित एक पत्रकार वार्ता मे दी.
BHU ENT Seminar: बी एच यू का नाक, कान,गला विभाग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश,नेपाल समेत पूर्वांचल तथा देश के अन्य भागो के मरीजों को लगातार बेहतर सेवाएं दे रहा हे ।इसके साथ साथ जूनियर डॉक्टर को सर्वोत्तम ट्रेनिंग भी दे रहा हे. शोध के मामले में यह देश का सर्वश्रेष्ठ विभागों में से एक है. ई एन टी विभाग के तत्वावधान मे प्रोफेसर राजेश कुमार (ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन), प्रोफेसर विश्वंभर सिंह (ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी),डॉक्टर सुशील कुमार (ऑर्गनाइजिंग को चेयरमैन), डॉक्टर सिवा सेल्वाराज (ऑर्गनाइजिंग ट्रेजर) के देखरेख में तीन दिवसीय संगोष्ठी हो रही है.
इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निर्देशक डॉक्टर एस एन संखवार, सर सुंदरलाल हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर के के गुप्ता और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो सुधीर कुमार जैन के सहयोग से प्रदेश स्तर की कांफ्रेंस में, उत्तर प्रदेश एवं देश के करीब 20 राज्यों से 12 प्रमुख विशेषज्ञ तथा करीब 40 अन्य विशेषज्ञ और 300 प्रतिभागियों की उपस्थिति हो रही है.
संगोष्ठी मे 96 शोधपत्र पढ़े जायेंगे। उत्तर प्रदेश तथा अन्य 20 राज्यों के मेडिकल कॉलेज से चिकित्सक भागीदारी कर रहे हैं।
संगोष्ठी मे प्लूरा से डूरा तक सभी रोगों के विषय में विशेषज्ञ द्वारा ऑपरेशन एवं चर्चा होगी। इसके साथ सात लाइफटाइम अचीवमेंट पुरुस्कार दिये जायेंगे। प्रमुख रूप से विशेषज्ञ के तौर पर डॉक्टर टी एन जानकीराम तमिल नाडु ,डॉक्टर राजेश विश्वकर्मा गुजरात , डॉक्टर राकेश श्रीवस्ताव उत्तर प्रदेश , डॉक्टर जी वी एस राय आंध्र प्रदेश ,डॉक्टर विनोद फेलिक्स केरला ,डॉक्टर ब्रजेंदर बसेर मध्य प्रदेश ,डॉक्टर कपिल सिक्का दिल्ली , डॉक्टर विकास अग्रवाल महाराष्ट्र ,डॉक्टर शिरीष बी घनी महाराष्ट्र ,डॉक्टर अमित त्यागी ऐम्स ऋषिकेश , डॉक्टर ओमबीर सिंह उत्तर प्रदेश , डॉक्टर धर्मेंद्र गुप्ता उत्तर प्रदेश आदि चिकित्सकों की विशेष उपस्थिति होगी.
संगोष्ठी मे जूनियर चिकित्सकों को नई तकनीकी से ऑपरेशन देखने और सीखने को मिलेगा। आधुनिक तरीके से गले में थायराइड ग्रंथि के गांठ का ऑपरेशन, नाक का साइनस, कान से सुनाई न देने का ऑपरेशन, नाक के रास्ते दिमाग का ऑपरेशन, कान की हड्डी के गलने का ऑपरेशन, लार की ग्रंथि का बिना ऑपरेशन के इलाज, सांस की नली के सिकुड़ने का बिना चीरा के ऑपरेशन, टॉन्सिल और एडिनॉइड का आधुनिक विधि द्वारा ऑपरेशन इत्यादि को दिखाया एवं सिखाया जायेगा। इसके साथ ही साथ कैडेवर (मृत शरीर)में सीखने एवं प्रयोग करने का अवसर और शोध का कार्य किया जाएगा. देश के अलग अलग जगहों से आए हुए विशेषज्ञ कान, नाक,गला के तमाम प्रकार की बीमारियों पर चर्चा करेंगे।यह उत्तर प्रदेश की 41वीं कॉन्फ्रेंस है.
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