‘डेयरिंग सिटीज 2020’ सम्मेलन में बोलने के लिए दुनिया भर के पांच शहरी नेताओं के साथ अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया गया

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सीएम श्री अरविंद केजरीवाल को प्रतिष्ठित ‘डेयरिंग सिटीज 2020’ सम्मेलन में बोलने के लिए दुनिया भर के पांच शहरी नेताओं के साथ आमंत्रित किया गया, यह दुनिया भर में जलवायु को लेकर कड़े कदम उठाने वाले साहसिक शहरी नेताओं का एक वैश्विक मंच है

  • – मुख्यमंत्री 7 अक्टूबर 2020 को पूर्ण सत्र में वायु प्रदूषण सहित जलवायु परिवर्तन और इसकी स्थिरता को लेकर दिल्ली में उठाए गए कदमों पर बात करेंगे, पूर्ण सत्र को संयुक्त राष्ट्र महासचिव और जर्मनी के संघीय पर्यावरण मंत्री भी संबोधित करेंगे
  • – मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल 10 हजार से अधिक महापौरों और नगर पार्षदों, शहरी विचारक नेताओं, राष्ट्रीय सरकार के प्रतिनिधियों, शोधकर्ताओं, व्यापार जगत के नेताओं और दुनिया भर के सभी समुदायिक आयोजकों को संबोधित करेंगे
  • -मुख्यमंत्री दुनिया भर के उन पांच शहरी नेताओं में से एक हैं, जिन्हें इस मंच पर आमंत्रित किया गया है, अन्य नेताओं में बोगोटा (कोलंबिया), साओ पाओलो (ब्राजील), लॉस एंगल्स (यूएसए) और एंटेब्बे (युगांडा) के नेता शामिल हैं

रिपोर्ट: महेश मौर्य,दिल्ली

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर, 2020: मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को 7 अक्टूबर 2020 को प्रतिष्ठित मंच ‘डेयरिंग सिटीज 2020’ में दुनिया भर के पांच शहरी नेताओं के बीच बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस सम्मेलन की मेजबानी जर्मन सरकार के सहयोग से आईसीएलईएआई और जर्मनी के बॉन शहर द्वारा की जा रही है। विशेषकर कोविड -19 महामारी के संदर्भ में ‘डेयरिंग सिटीज’ जलवायु परिवर्तन पर शहरी नेताओं का एक वैश्विक मंच है। सीएम केजरीवाल को जलवायु आपातकाल और पर्यावरणीय स्थिरता से निपटने के लिए की गई बहुस्तरीय कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए बोगोटा (कोलंबिया), साओ पाओलो (ब्राजील), लॉस एंगल्स (यूएसए) और एंटेब्बे (युगांडा) के शहरी नेताओं और निर्णयकर्ताओं के साथ आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम इन पांचों डेयरिंग अर्बन नेताओं के रूप में पहचाना जाता है, जो जलवायु के संबंध में कड़ी कार्रवाई करने के लिए अपने स्थानीय संदर्भों द्वारा लगाई गई सीमा से परे जा रहे हैं।

दिल्ली के सतत विकास की दिशा में काम करने में अथक प्रयास करने वाले नेता के रूप में सीएम केजरीवाल इस बात पर अपना वक्तव्य देंगे कि किस तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने वायु प्रदूषण के संकट का समाधान करने के लिए पूसा इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित की गई नई तकनीक डीकंपोजर और भारत में अपनी तरह की पहली ईवी नीति को लागू करके मौजूदा जलवायु आपातकाल से निपटने के लिए कदम उठाया है।

 यह सत्र 7 अक्टूबर 2020 को शाम 7.30 बजे वर्चुअल फोरम के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। इसमें लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और एशिया के प्रतिष्ठित शहरों और उप-व्यायवायिक नेता भी अगले 5 वर्षों में अपने-अपने शहर/क्षेत्र में प्राप्त करने वाले सबसे आवश्यक बदलावों पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे, ताकि जलवायु संकट की स्थितियों से निपटने की उनकी योजनाओं में तेजी लाई जा सके।

पूर्ण सत्र में बोलते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल दुनिया भर के एक हजार से अधिक महापौरों और नगर पार्षदों, शहरी विचारक नेताओं, राष्ट्रीय सरकार के प्रतिनिधियों, शोधकर्ताओं, व्यापार जगत के नेताओं और समुदायिक आयोजकों के अंतरराष्ट्रीय और बहुआयामी दर्शकों को संबोधित करेंगे। पूर्ण सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव श्री एंटोनियो गुटेरेस और संघीय मंत्री पर्यावरण, प्रकृति संरक्षण और परमाणु सुरक्षा (बीएमयू), जर्मनी के एच.ई. स्वेंजा शुल्जे के मुख्य भाषण भी शामिल होंगे।

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