WR ticket checking income: पश्चिम रेलवे के दो टिकट चेकिंग स्टाफ ने बिना टिकट/अनियमित यात्रियों से वसूले एक-एक करोड़ रुपये

WR ticket checking income: राजकोट मंडल के उप मुख्य टिकट निरीक्षक ने फरवरी 2023 तक 14,928 मामलों से 1.13 करोड़ रुपये का राजस्‍व जुर्माने के रूप में वसूल किया

अहमदाबाद, 23 मार्चः WR ticket checking income: राजकोट मंडल तथा फ्लाइंग स्क्वायड के दो टिकट जांचकर्ता स्‍टाफ ने अपने कार्यक्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट उपलब्धियां अर्जित की है, जिन पर पश्चिम रेलवे को गर्व है।

राजकोट मंडल के उप मुख्य टिकट निरीक्षक (Dy. CTI) के. डी. ओझा और चर्चगेट के फ्लाइंग स्क्वायड के उप मुख्य टिकट निरीक्षक जाहिद कुरैशी ने उचित टिकट के बिना यात्रा करनेवाले और बिना बुक किए सामान ले जाने वाले यात्रियों से जुर्माने के रूप में एक-एक करोड़ रुपये से अधिक राजस्‍व वसूलने की उत्‍कृष्‍ट उपलब्धि हासिल की है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राजकोट मंडल के उप मुख्य टिकट निरीक्षक के.डी.ओझा ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में फरवरी 2023 तक 14,928 मामलों से 1.13 करोड़ रुपये का राजस्‍व जुर्माने के रूप में वसूल किया है, जबकि चर्चगेट के फ्लाइंग स्क्वायड में कार्यरत उप मुख्य टिकट निरीक्षक जाहिद कुरैशी ने जनवरी से दिसंबर, 2022 तक 13,116 मामलों का पता लगाने के साथ 1.06 करोड़ रुपये का राजस्‍व जुर्माने के रूप में वसूल किया है।

अहमदाबाद मंडल के वरिष्‍ठ टिकट परीक्षक (Sr. TE) अजमेर सिंह ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 17,806 मामलों से 93.47 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूल किए हैं। ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे की महिला टिकट चेकिंग स्‍टाफ इस क्षेत्र में अपने पुरुष समकक्षों से बहुत पीछे नहीं हैं।

अहमदाबाद मंडल की उप मुख्य टिकट निरीक्षक शैल तिवारी फरवरी, 2023 तक 7,293 मामलों का पता लगाकर 54.70 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूल करने वाली पश्चिम रेलवे की शीर्ष महिला कर्मचारी हैं। चर्चगेट के फ्लाइंग स्क्वाड में कार्यरत मुख्य टिकट निरीक्षक गीताबेन वसावा ने 7,085 मामलों से 51.19 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूल किए हैं।

उल्‍लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे ने अप्रैल, 2022 से फरवरी, 2023 की अवधि के दौरान दर्ज 23.70 लाख मामलों से टिकट जांच राजस्व के रूप में 158.28 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 68.01% अधिक है।

ठाकुर ने आगे बताया कि एक टिकट जांचकर्ता के लिए न केवल वास्तविक यात्रियों के बीच बिना टिकट यात्रा करने वाले बेटिकट यात्रियों का पता लगाने के लिए कौशल और चतुराई की आवश्यकता होती है, बल्कि ऐसे यात्रियों से जुर्माने की राशि लेने के लिए नियमों का अच्छा ज्ञान और जुर्माना देने हेतु समझाने के कौशल की भी आवश्यकता होती है।

पश्चिम रेलवे को ऐसे कुशल और समर्पित टिकट जांच कर्मचारियों पर गर्व है। पश्चिम रेलवे ने सभी रेल यात्रियों से अपील की है कि वे कृपया वैध टिकट के साथ यात्रा करें।

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