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WR RPF shows commendable performance: पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने वर्ष 2022 में दर्शाया सराहनीय कार्य-निष्‍पादन

WR RPF shows commendable performance: पश्चिम रेलवे के आरपीएफ द्वारा पूरे वर्ष विशेष पहल, अभियान और ऑपरेशन चलाए गए

मुंबई, 06 जनवरीः WR RPF shows commendable performance: रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाला पश्चिम रेलवे का रेलवे सुरक्षा बल (RPF) यात्रियों को सुरक्षित, सुखद और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे कार्यरत रहता है। यह आंतरिक सुरक्षा, कानून और व्यवस्था को संभालने तथा महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और राज्य के कार्यक्रमों के दौरान बंदोबस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर राष्ट्रीय सुरक्षा ग्रिड में एक महत्वपूर्ण हितधारक भी बन गया है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे का रेल सुरक्षा बल यात्रियों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस क्षेत्र में और कार्य करते हुए रेलवे पर बाल तस्करी को रोकने तथा देखभाल और सुरक्षा के जरूरतमंद यात्रियों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए बीबीए (कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन) के साथ एक सहमति ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया गया है।

आरपीएफ ने वर्ष 2022 में यात्रियों को उनके खोए सामान वापस दिलाने, सुरक्षित यात्रा प्रदान करने, यात्रियों की जान बचाने, दलालों, बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, अपराधियों को सजा दिलाने आदि के लिए विशेष पहल, अभियान और ऑपरेशन चलाये। वर्ष 2022 में, ऑपरेशन “जीवन रक्षा” के तहत पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने 46 व्यक्तियों की जान बचाई, जिसमें 24 पुरुष और 22 महिलाएं थीं। आरपीएफ जवानों ने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना, अपनी ड्यूटी से परे जाकर इन लोगों की जानें बचाई।

ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते” के तहत, पश्चिम रेलवे आरपीएफ ने 649 लड़कों और 325 लड़कियों को सीडब्ल्यूसी और गैर सरकारी संगठनों के साथ समन्वय कर बचाया। वर्ष के दौरान, ऑपरेशन “अमानत” के तहत, आरपीएफ ने 5.34 करोड़ रुपये से अधिक के कीमती सामान उनके वैध मालिकों को लौटाए। रेलवे संपत्ति (गैरकानूनी कब्ज़ा) अधिनियम के तहत, 409 मामलों में जांचें की गईं और 1088 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ लगभग 53.30 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई।

वर्ष 2021 की तुलना में मामलों का पता लगाने में 51.89% की उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा, रेलवे अधिनियम के तहत पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने 1.69 लाख से अधिक मामले दर्ज किए और 4.54 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना प्राप्‍त किया।

श्री ठाकुर ने बताया कि मिशन “यात्री सुरक्षा” के तहत यात्रियों के विरुद्ध अपराध से निपटने में राज्य पुलिस के प्रयासों में आरपीएफ सहयोग करता है। पश्चिम रेलवे का आरपीएफ यात्रियों की शिकायतों के निवारण के लिए रेल मदद, ट्विटर और हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को अटेंड करता है। वर्ष 2022 में आरपीएफ ने 553 अपराधियों को पकड़ा, जिन्हें बाद में कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सौंप दिया गया।

मिशन “महिला सुरक्षा” के तहत पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने रेल अधिनियम 1989 की धारा 162 के तहत महिला डिब्बों में यात्रा करने वाले अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है और जुर्माने के रूप में 40 लाख रुपये से अधिक की वसूली की है। आरपीएफ द्वारा 20 चुनिंदा ट्रेनों में “मेरी सहेली” टीमों की भी तैनाती की गई है तथा अकेले यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की प्रभावी सुरक्षा के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर “ई-मेरी सहेली” अभियान की शुरुआत की है।

रेलवे प्रणाली के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी के अपराध के मामलों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने ऑपरेशन नार्कोस के तहत अभियान चलाया और 24 लाख रुपये से अधिक मूल्य की विनिषिद्ध वस्तुओं को बरामद कर 9 व्‍यक्तियों को गिरफ्तार किया। “ऑपरेशन उपलब्ध” के तहत यात्रियों को आरक्षित टिकटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इसी क्रम में दलालों द्वारा अवैध रूप से बुक किए गए 32 करोड़ रुपये रुपये से अधिक के यात्रा टिकट जब्त किए गए और लगभग 747 दलालों को आरपीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने राजकोट में अवैध सॉफ्टवेयर के उपयोग से ई-टिकट जारी करने के एक बड़े मामले का पता लगाया और 29 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ई-टिकट बरामद किए।

ऑपरेशन “समयपालन” के तहत पश्चिम रेलवे के आरपीएफ ने ट्रेनों की समयपालनता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसके अंतर्गत अनधिकृत अलार्म चेन पुलिंग के अपराध में 3930 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

ठाकुर ने आगे बताया कि पश्चिम रेलवे की आरपीएफ टीम ने ऑपरेशन “जन जागरण” के तहत पथराव, अतिक्रमण आदि के बारे में जनता और रेल उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करने के लिए 52,000 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। “ऑपरेशन डिग्निटी” के तहत देखभाल और सुरक्षा हेतु 191 जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान की गई। ऑपरेशन “सतर्क” के तहत पश्चिम रेलवे की आरपीएफ टीम ने अवैध शराब, नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन), तंबाकू और उसके उत्पाद, बेहिसाब नकदी, कीमती सामान, तस्करी, विनिषिद्ध सामान आदि के परिवहन के खिलाफ कार्रवाई की।

इसमें 22 लाख रुपये से अधिक मूल्‍य के सामानों की बरामदगी की गई और कुल 461 व्यक्तियों को पकड़ा गया तथा कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया। ऑपरेशन “दूसरा” के तहत अनधिकृत वेंडरों/फेरीवालों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखते हुए आरपीएफ ने 55,672 अपराधियों को पकड़ा और उन पर मुकदमा चलाया तथा उनसे लगभग 1.72 करोड़ रुपए जुर्माना के रूप में प्राप्‍त किया।

ठाकुर ने बताया कि आरपीएफ कर्मी “वर्दी में नागरिक” होने की जिम्मेदारी निभाते हुए सुरक्षा बल के आदर्श वाक्य “यशो लभस्व” या “सम्मान प्राप्त करें” को साकार करने के लिए राष्ट्र और इसके नागरिकों की सेवा में सही मायने में सुरक्षा, सहायता और सेवा करना जारी रखेंगे। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे के आरपीएफ कर्मियों को वर्ष 2022 में राष्ट्रपति पुलिस पदक, भारतीय पुलिस पदक और डीजी प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया।

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