Redevelopment of 508 Railway Stations: प्रधानमंत्री 6 अगस्त को देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे

Redevelopment of 508 Railway Stations: अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा

नई दिल्ली, 04 अगस्तः Redevelopment of 508 Railway Stations: भारतीय रेल आधुनिकीकरण की दिशा में और भारत सरकार के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। देशभर में रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय प्रतिष्ठानों के रूप में विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

इस क्रम में तीन स्टेशनों पर कार्य पूर्ण हो गया है। इनमें गुजरात का गांधीनगर केपिटल स्टेशन, मध्य प्रदेश का रानी कमलापति स्टेशन और कर्नाटक के बेंगलुरु का सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन शामिल है। ये स्टेशन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर प्रस्‍तुत करते हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं।

यात्रियों की सुचारू आवाजाही के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर के अलावा आधुनिक सुविधाओं से युक्त कॉनकोर्स, वेटिंग रूम और रिटेल क्षेत्र विकसित किए गए हैं। साथ ही यात्रियों के आगमन एवं प्रस्थान तथा वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है।

भारत सरकार द्वारा शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किया जा रहा है। इनमें से 120 स्टेशन पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। शहर के दोनों तरफ के क्षेत्रों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं।

भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुए पुनर्विकसित स्टेशन नई अत्याधुनिक यात्री सुख-सुविधाओं के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन से सुसज्जित होंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अवांछित ढांचों को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर परिसंचरण क्षेत्र, उन्नत पार्किंग स्थान, दिव्यांगजन अनुकूल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल भवन आदि सुविधाएं प्रदान करना शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 6 अगस्त को 11.00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत भारतीय रेल के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। ये 508 रेलवे स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं, जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश और राजस्थान प्रत्‍येक राज्‍य में 55 स्‍टेशन, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन, गुजरात और तेलंगाना प्रत्‍येक राज्‍य में 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु प्रत्‍येक राज्‍य में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 स्‍टेशन और शेष स्‍टेशन अन्य राज्‍यों में हैं।

इन स्टेशनों को 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा। 508 रेलवे स्टेशनों में से 23स्टेशन पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में हैं, जिनमें अहमदाबाद मंडल के नौ स्टेशन, वडोदरा मंडल के छह स्टेशन, भावनगर के तीन स्‍टेशन तथा राजकोट एवं रतलाम मंडल के दो-दो स्टेशन, जबकि मुंबई सेंट्रल मंडल का एक स्टेशन शामिल है। इन स्टेशनों की सूची इस प्रकार है:

  • मुंबई सेंट्रल मंडल: संजान
  • वडोदरा मंडल: भरूच, मियागाम करजन, विश्वामित्री, डभोई, डेरोल और प्रतापनगर
  • अहमदाबाद मंडल: विरमगाम, असारवा, पालनपुर, कलोल जं., न्यू भुज, भचाउ, पाटन, हिम्‍मतनगर
    और ध्रांगध्रा
  • भावनगर मंडल: सावरकुंडला, बोटाद जं. एवं केशोद
  • राजकोट मंडल: सुरेन्‍द्रनगर एवं भक्तिनगर
  • रतलाम मंडल: देवास एवं चंदेरिया

स्टेशन के मानक तत्व:

  • स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करना
  • शहर के दोनों तरफ के एरिया को इंटिग्रेट करना
  • स्टेशन भवनों का पुनर्विकास
  • अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई आधुनिक यात्री सुख-सुविधाओं का प्रावधान
  • अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया ट्रैफ़िक सर्कुलेशन और इंटर-मोडल एकीकरण
  • यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए समान और अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए साइनेज
  • मास्टर प्लान में उपयुक्त संपत्ति विकास का प्रावधान
  • लैंडस्‍केपिंग, स्थानीय कला और संस्कृति

“अमृत भारत स्टेशन” योजना के लाभ

  • स्टेशनों के समग्र विकास दृष्टिकोण की कल्पना
  • रेलवे स्टेशनों को आसपास के शहरों के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से एकीकृत करने का प्रयास
  • समग्र यात्री अनुभव को बढ़ाना
  • मल्टी-मोडल एकीकरण की सुविधा प्रदान करना
  • इसका उद्देश्य यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी और यात्रा को आसान बनाना है
  • दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनुकूल सुविधाएं, सभी के लिए समावेशिता और पहुंच सुनिश्चित करना
  • स्टेशन भवन में पर्यावरण अनुकूल विशेषताएं होंगी

ठाकुर ने आगे बताया कि “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल के संजान स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला कुल 24.71 करोड़ रुपये की लागत मूल्य पर रखी जाएगी। इसमें 12 मीटर चौड़े फुट ओवर ब्रिज का प्रावधान भी शामिल है जो यात्रियों के लिए बैठने की उपयुक्त जगह, रिटेल कियोस्क आदि जैसी सुविधाओं के साथ रूफ प्लाजा के रूप में सेवा प्रदान करेगा।

कार्य के अंतर्गत अग्रभाग में सुधार, स्टेशन प्रवेश द्वार, एप्रोच रोड, सर्कुलेटिंग क्षेत्र, पार्किंग क्षेत्रका सौंदर्यीकरणआदि शामिल है। इसमें यात्री सुविधाओं में सुधार भी शामिल हैजैसे प्लेटफ़ॉर्म एवं स्टेशन परिसरों में बेहतर प्रकाश व्‍यवस्‍थातथा दिव्यांगजन सुविधाओं के अपग्रेडेशन सहित प्लेटफॉर्म सरफेसिंग, प्लेटफॉर्म कवरशेड और बुकिंग कार्यालय, साइनेज, बेहतर शौचालय ब्लॉक, प्रतीक्षा कक्ष, पीने योग्य पेयजल सुविधाएं, बैठने की व्यवस्था आदि।

उल्‍लेखनीय है कि महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अपग्रेडेशन और परिवर्तन के लिए पश्चिम रेलवे के 120 स्टेशनों की पहचान की गई है, जिनमें से 87 स्टेशन गुजरात, 16 स्टेशन महाराष्ट्र, 15 स्‍टेशन मध्य प्रदेश और 2 स्टेशन राजस्थान राज्‍य में हैं।

वडोदरा डिवीजन के प्रतापनगर, विश्वामित्री, डेरोल, डभोई, मियागाम करजन व भरूच स्टेशनों का प्रधानमंत्री करेंगे शिलान्यास

प्रतापनगर रेलवे स्टेशन

स्टेशन पर नई स्टेशन बिल्डिंग में सेकंड एंट्री बनाई जाएगी तथा सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग सुविधा विकसित की जाएगी। एक नया प्लेटफार्म नंबर 4 भी बनाया जाएगा यहाँ स्थित नेरोगेज को बड़ी लाइन में बदला जाएगा। प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाई जाएगी व उसे हाई लेवल बनाया जाएगा। स्टेशन भवन के बाहरी स्वरूप को और आकर्षक बनाया जाएगा। साइनेज व प्रकाश व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा।

अनुमानित लागत:- रु. 67 करोड़

भरूच रेलवे स्टेशन

भरूच रेलवे स्टेशन भवन के बाहरी स्वरूप को दोनों तरफ के एंट्री गेट के साथ और बेहतर बनाया जाएगा। पार्किंग व सर्कुलेटिंग एरिया विकसित होगा। साइनेज़ व प्रकाश व्यवस्था बेहतर होगी। टॉयलेट में पीने के पानी के बूथ में सुधार होगा। यहां 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज बनाया जाएगा जो शहर के दोनों भागों को लिफ्ट के साथ जोड़ेगा।

अनुमानित लागत:- रु. 34 करोड़

डेरोल रेलवे स्टेशन

डेरोल स्टेशन पर मेजर वर्क जो प्लान किए गए हैं उनमें स्टेशन की दूसरी और बुकिंग ऑफिस के साथ सेकंड एंट्री विकसित की जाएगी। सर्कुलेटिंग एरिया व पार्किंग एरिया का विकास होगा। साइनेज़ और प्रकाश व्यवस्था बेहतर की जाएगी। टॉयलेट में वाटर बूथ अपग्रेड होंगे तथा 12 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा जो डेरोल को दोनों ओर से जोड़ेगा।

अनुमानित लागत:- रु. 27 करोड़

डभोई रेलवे स्टेशन

इस स्टेशन पर स्टेशन एंट्री पर होम प्लेटफार्म बनेगा। स्टेशन के बाहरी स्वरूप को एंट्री गेट के साथ बेहतर किया जाएगा। पार्किंग व सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार होगा तथा साइनेज़ व प्रकाश व्यवस्था बेहतर होगी। टॉयलेट व वाटर बूथ को इंप्रूव किया जाएगा तथा शहर को दोनों ओर से जोड़ने वाला 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज बनेगा जो लिफ्ट से जोड़ा जाएगा।

अनुमानित लागत:- रु. 32 करोड़

मियागम कर्जन स्टेशन

स्टेशन के बाहरी स्वरुप व एंट्री गेट को बेहतर बनाया जाएगा। यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए वेटिंग एरिया में सुधार होगा। सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, साइनेज़, प्रकाश व्यवस्था, प्लेटफार्म पर लगे वाटर बूथ को और बेहतर बनाया जाएगा। शहर को दोनों ओर से जोड़ने वाला 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज बनेगा जो लिफ्ट के साथ जोड़ा जाएगा।

अनुमानित लागत:- रु. 28 करोड़

विश्वामित्री स्टेशन

स्टेशन की दूसरी अप्रोच रोड विकसित की जाएगी। सर्कुलेटिंग एरिया पार्किंग व नये बुकिंग ऑफिस का डेवलेपमेंट होगा। एंट्री गेट के साथ स्टेशन के बाहरी स्वरूप को इंप्रूव किया जाएगा। यात्रियों के वेटिंग एरिया, साईनेज, प्रकाश व्यवस्था, प्लेटफार्म सरफेस, प्लेटफार्म के टॉयलेट,व वाटर बूथ को इंप्रूव किया जाएगा।

अनुमानित लागत:- रु. 19.4 करोड़

क्या आपने यह पढ़ा…. Rahul Gandhi Sentence Stayed: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत, सजा पर लगी रोक…

Hindi banner 02
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें