Navlakhi Warehouse: राजकोट रेल मंडल के नवलखी मालगोदाम की बदलेगी सूरत, कई नए निर्माण कार्य होंगे
Navlakhi Warehouse: वर्तमान में नवलखी मालगोदाम में कई नए निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इस मालगोदाम में एक नया ऑफिस कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा

राजकोट, 09 अप्रैल: Navlakhi Warehouse: पश्चिम रेलवे का राजकोट मंडल अपने सममानीय ग्राहकों को बेहतर रेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सदैव प्रयासरत रहता है। इसी क्रम में राजकोट मंडल के नवलखी स्थित कुल 8 मालगोदाम का पुनर्विकास किया जा रहा है।
राजकोट मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार के अनुसार नवलखी मालगोदाम को आधुनिक और सर्व सुविधायुक्त गोडाउन की तरह तैयार किया जाएगा। भौगोलिक दृष्टि से नवलखी मालगोदाम एक दुर्गम इलाके में स्थित है जहां आसपास में कोई आवासीय क्षेत्र नहीं है। यहाँ पर लगातार कोयला उड़ता रहता है जिसके चलते काम करना एक बड़ी चुनौती है। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में काम कर रहे रेलकर्मियों और मजदूरों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राजकोट मंडल द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे ट्रैक पर जमे हुए कोयले की साफ सफाई कर दी गयी है और आगे भी यह कार्य जारी रहेगा। स्टेशन मास्टर और मुख्य गूड्स सुपरवाइज़र के रूम में एसी उपलब्ब्ध करवाया गया है। वर्तमान में यहाँ आधुनिक टॉइलेट की सुविधा उपलब्ध करवा दी गयी है। स्वच्छ पेय जल की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी है। रात्रि में पर्याप्त रोशनी के लिए मालगोदाम परिसर में एक अतिरिक्त हाइ मास्ट टावर लगाया गया है।
वर्तमान में नवलखी मालगोदाम में कई नए निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इस मालगोदाम में एक नया ऑफिस कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा जिसमें रेलवे का नया गूड्स शेड ऑफिस, स्टेशन मास्टर ऑफिस, व्यापारी कक्ष, लेबर रेस्ट रूम इत्यादि का निर्माण किया जाएगा। साथ ही रेलकर्मियों, व्यापारियों और मजदूरों को अच्छी गुणवत्ता का नाश्ता और खाना आसानी से मिल सके इसलिए एक कैंटीन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। लाइन नं 1 पर नए प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जा रहा है।

साथ थी लाइन नं 2 के प्लेटफॉर्म को विस्तारित किया जा रहा है। वाहनों की सुगम आवाजही के लिए एक नया अप्रोच रोड बनाया जा रहा है। लोडिंग के दौरान रेलवे ट्रैक को नुकसान न पहुंचे इसलिए वे-ब्रिज के पास कोंक्रीट दिवाल बनाई जा रही है। लाइन नं 1 और 2 को सीमेंट के उपयोग से बलास्ट मुक्त ट्रैक बनाया जा रहा है। साफ सफाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह ढकी हुई यानि कवर्ड ड्रेनेज सिस्टम का प्रावधान किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नवलखी मालगोदाम से वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 113 रेक का परिचालन किया गया जिसमें करीब 4.56 लाख टन कोयले के लदान से रेलवे को रु 51.20 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। नवलखी मालगोदाम के पुनर्विकास की कुल लागत करीब रु 6.6 करोड़ है। इन पुनर्विकास के कार्यों से चलते यहाँ पर लोडिंग की क्षमता में वृद्धि होगी, नया प्लेटफॉर्म बन जाने से लोडिंग के समय कम हो जाएगा और रेलकर्मियों, मजदूरों व व्यापारियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी।
राजकोट मंडल के वांकानेर, मोरबी, लवणपुर, ववाणीया, विंडमिल, मोटीखावड़ी और हापा स्थित अन्य मालगोदामों का भी आवश्यकता अनुसार पुनर्विकास किया जा रहा है।