CR Swachchhata Rath: मध्य रेल के “स्वच्छता रथ” स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में सतत कार्यरत
CR Swachchhata Rath: उपनगरीय खंड से 1.66 लाख क्यूबिक मीटर मक हटाया गया
मुंबई, 28 मार्च: CR Swachchhata Rath: रेलवे ने न केवल स्टेशनों और उसके आसपास बल्कि रेलवे पटरियों पर भी स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए लगातार विभिन्न उपाय किए हैं। मध्य रेल का मुंबई उपनगरीय नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े उपनगरीय रेल नेटवर्क में से एक है, जो चार उपनगरीय गलियारों और 336 रूट किलोमीटर के नेटवर्क के यात्रियों की सेवा प्रदान करता है।
शहर के ट्रैक को साफ रखने के लिए, मध्य रेल मेन लाइन पर सीएसएमटी से कल्याण और हार्बर लाइन पर सीएसएमटी से मानखुर्द के बीच पटरियों पर से कचरा इकट्ठा करने और साफ करने के लिए स्वच्छता रथ (CR Swachchhata Rath) चलाये जाते हैं। वर्ष 2021-22 के दौरान उपनगरीय खंड में रेल पटरियों से 1.66 लाख क्यूबिक मीटर कचरा हटाया गया। मुंबई उपनगरीय खंडों पर परिचालित संडे मेगा मेंटेनेंस ब्लॉक का लाभ उठाकर इस गंदगी के महत्वपूर्ण हिस्से को साफ कर दिया गया है।
पटरियों के किनारे मलबा और कचरा फेंका जाता है जो पटरियों को खराब कर देता है,तथा इसके नीचे से गुजरने वाले नालों के बहाव को भी अवरुद्ध कर देता है, जिससे मानसून के दौरान पटरियों पर जल-जमाव हो जाता है। इन स्वच्छता रथों को मक स्पेशल के रूप में भी जाना जाता है जो केवल मध्यरात्रि के दौरान ही संचालित होते थे। साफ किए गए कचरे को बोरियों में पैक किया जाता है जिसे बाद में स्वच्छ रथ स्पेशल ट्रेन में लोड किया जाता है। मध्य रेल के उपनगरीय खंड में 5 स्वच्छता रथ चल रहे हैं। इसके अलावा ट्रैक पर से मक /गंदगी को हटाने के लिए डीबीकेएम पर लगे एक पोक्लेन और 6 जेसीबी मशीनें भी चलाई जाती हैं।
मुख्य रूप से स्वच्छता रथ का उपयोग सीएसएमटी-कल्याण के बीच स्थित पर्सिक टनल के दोनों ओर स्थित झोपड़ियां/झुग्गियां, स्लो लोकल लाइन साइड पर डोंबिवली स्टेशन सीएसएमटी छोर, विक्रोली, माटुंगा-सायन के बीच धोबी घाट, धारावी, सीएसएमटी – मस्जिद – सैंडहर्स्ट रोड, सीएसएमटी से मानखुर्द के बीच हार्बर लाइन पर वडाला और किंग्स सर्कल के बीच रावली जंक्शन, माहिम, चेंबूर और मानखुर्द के बीच, गुरु तेग बहादुर नगर और रावली खंड पर किया जाता है।
रेलवे जनता से अपील करती है कि पटरियों पर कचरा न फेंके तथा प्रदूषण न फैलायें। कचरे को साफ करने के लिए स्वच्छता रथ ट्रेनों का संचालन, एक स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए मध्य रेल का निरंतर प्रयास का उदाहरण है।