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Old rajula railway premises: ओल्‍ड राजुला सिटी स्थित रेलवे भूखंड का उपयोग विकासात्‍मक परियोजनाओं के लिए किया जाएगा

Old rajula railway premises: राजुला सिटी म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा इस भूखंड के सौंदर्यीकरण तथा उस पर एक ग्रीन पैच विकसित करने के लिए पश्चिम रेलवे से संपर्क किया गया था।

अहमदाबाद, 24 जून: Old rajula railway premises: पश्चिम रेलवे के भावनगर मंडल में राजुला सिटी के पुराने स्टेशन पर कुल 41926 वर्गमीटर क्षेत्रफल का एक भूखंड स्थित है। वर्ष 2003 में सुरेंद्रनगर-राजुला जं.-राजुला सिटी-पीपावाव खंड को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में बदल दिया गया। ओल्‍ड राजुला स्टेशन (जो अब बंद हो चुका है) से राजुला सिटी के बीच एक पुराना मीटर गेज अलाइनमेंट है। यह भूखंड राजुला सिटी के पुराने मीटर गेज रेलवे स्‍टेशन के निकट स्थित है।

पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, (Old rajula railway premises) राजुला सिटी म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा इस भूखंड के सौंदर्यीकरण तथा उस पर एक ग्रीन पैच विकसित करने के लिए पश्चिम रेलवे से संपर्क किया गया था। प्रस्ताव के अनुसार इस भूखंड के सौंदर्यीकरण और यहाँ ग्रीन पैच विकसित करने का खर्च राजुला सिटी म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा उठाया जाना था, जबकि इस भूखंड का स्‍वामित्‍व रेलवे के ही पास रहेगा। इस प्रस्ताव को मुख्यालय द्वारा नवंबर, 2020 में इस शर्त के साथ अनुमोदित किया गया था कि यदि भविष्य में किसी भी विकासात्मक परियोजना के लिए उपरोक्त भूमि की आवश्यकता होगी, तो इसे नगर निगम से वापस ले लिया जाएगा।

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तदनुसार, एक समझौता ज्ञापन तैयार किया गया था (Old rajula railway premises) जिस पर म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन और पश्चिम रेलवे द्वारा हस्ताक्षर किए जाने थे और इसे कानूनी जांच/पुनरीक्षण प्राप्त करने के लिए संसाधित किया गया था। किंतु, फरवरी/मार्च, 2021 में गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव और उसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण इसे निष्पादित नहीं किया जा सका।उपरोक्त लंबित अवधि के दौरान, बेहतर वैकल्पिक योजनाओं के उपयोग के लिए भी उपरोक्त भूखंड की पहचान की गई। इसमें खाद्यान्नों के भंडारण के लिए एफसीआई साइलो/ गोदामों की स्थापना और भारत सरकार की हरित ऊर्जा पहल के भाग के रूप में सौर संयंत्रों/ पैनलों की स्थापना शामिल हैं। इन दोनों प्रस्तावों से लोगों और पूरे क्षेत्र को काफी लाभ होगा।

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इस अवधि के दौरान उपरोक्त घटनाक्रम को देखते हुए पूरे मामले की नये सिरे से समीक्षा की गई और नवंबर, 2020 में पूर्व में दी गई राजुला सिटी म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा इस भूमि (Old rajula railway premises) के सौंदर्यीकरण और ग्रीन पैच विकासित करने की मंजूरी रेलवे (मुख्यालय) द्वारा व्‍यापक जनहित में वापस ले ली गई।यहाँ यह उल्लेख करना समीचीन होगा कि यदि यहां सौन्दर्यीकरण एवं ग्रीन पैच के विकास के बाद उक्त भूमि को उपरोक्त प्रयोजनों के लिए राजुला नगर निगम से वापिस लेने का निर्णय लिया गया होता तो म्‍यूनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा इस पर किये जाने वाला कोई भी खर्च व्‍यर्थ और निष्फल हो जाता।

इस प्रकार, राजुला नगर निगम को भूमि सौंपने (Old rajula railway premises) की स्वीकृति को वापस लेने का निर्णय समय रहते किया गया है और इसके परिणामस्वरूप सरकारी खजाने से होने वाले खर्च की बचत हुई है जो अन्यथा इस भूमि पर नगर निगम द्वारा वहन किया जाता।खर्च बचाने के अलावा इस भूखंड के उपयोग के लिए दोनों वैकल्पिक परियोजनाएं आने वाले दिनों में लोगों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के लिए अत्‍यधिक फायदेमंद साबित होंगी।