शोर सा हुआ है दिल मे, जब से देखी है यह तस्वीर (Tasvir) तुम्हारी…
शोर सा हुआ है दिल मे,जब से देखी है यह तस्वीर (Tasvir) तुम्हारी…ये आंखे और आंखों में लगा काजल…जगा दी है दिल मे अजब सी खुमारी ।। जैसे है कोई … Read More
शोर सा हुआ है दिल मे,जब से देखी है यह तस्वीर (Tasvir) तुम्हारी…ये आंखे और आंखों में लगा काजल…जगा दी है दिल मे अजब सी खुमारी ।। जैसे है कोई … Read More
“बचपना और बुढ़ापा” (Childhood and old age) बचपना और बुढ़ापा एक साबस फर्क है इक उम्र का,इच्छाए दोंनो का एक सालालसा दोनों का एक सा,जतन दोंनो का एक सानादान बचपन … Read More
दिल (Dil) चलो दिल (Dil) को यूँही बहलाया जायेपुरानी यादो को पास बुलाया जाये। गुजरा वक्त तो आ ही नही सकताकुछ लम्हो को पास बिठाया जाये। सफर की धूल से … Read More
इस बार गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर देश में एक नई हलचल सी मची हुई है जहा चारों तरफ जश्न एवं उत्साह के साथ ध्वजारोहण का कार्यक्रम चल रहा … Read More
आओ ख़ुशी मनाएँ कि गणतन्त्र दिवस हैसबको गले लगाएँ कि गणतन्त्र दिवस है हम शेख़- बरहमन नहीं हैं , भारतीय हैंसब मिल के गुनगुनाएँ कि गणतन्त्र दिवस है मौसम ने … Read More
एक नये सफर पर जाना हैजहाँ खुद को भूल जाना है| बस उसी मे दिल लगाना हैबस उसी मे डूब जाना है | तेरी रहमत से है जहाँ रोशनतेरी बारीश … Read More
મોબાઇલની ભીડભાડમાં ખોવાઈ ગયા,એ થપ્પો,ગિલ્લી ડંડો બધું ક્યાં છે,એ બાળપણ,તું ક્યાં છે… નથી ખબર મને બીજી કોઈ રમતો,ક્યારેક ખાધી,ખોટી માં ની કસમો,મળે તને પ્રથમ પેરવા જીન્સ પેન્ટ,એ ફાટેલ થીગળાવાળી ચડ્ડી … Read More
ગમાંડવા માંડ્યો છું…ગમાંડવા માંડ્યો છું તમને,એવું ખુદને જણાવવા માંડ્યો છું,ઉપરથી લઈ નીચે સુધી,ખુદને સજાવવા માંડ્યો છું,પેલા નહોતી પડી માથું ઓળવા કે કપડાં કશાની,કોણ જાણે શી ખબર,બધી ખબર રાખવા માંડ્યો છું, … Read More
नारी ही क्यों ? क्यो? नारी ही सहे अत्याचार |क्यों ? नारी ही रहे सिर झुकाएक्या नारी को हक नहीं जीने काअपने सपनों के साथ , क्या उसे हक नहींखुले … Read More
जश्न त्योहारों का आया महीना माघ कालाया जश्न त्योहारों काछाया खुशी है चारों ओरकट आयी है फसलें घर, आओ मनाये संग त्योहारपोंगल,मकर संक्राति,बिहु ,लोहरी का जश्न धूम-धामउत्सव ए त्योहारों का … Read More