बचपन की यादें..(childhood memories)
!! बचपन की यादें !!(childhood memories)
(childhood memories) आंखो में चमक, होठो पर मुस्कुराहाट
घर में दिन भर चहचाहट
ऐसा था हमारा बचपन
न दिन न रात का होश था
सिर्फ मस्ती करने का जोश था
कभी मिट्टी के खिलौने बना ना तो कभी कागज की नाव बनाने में मग्न थे
वो दिन भी कितने रंगीन थे
जब छोटे तब बड़े होने की उमंग थी
अब यू लगता है की बचपन में ही बहोत रंग थे
कभी सड़क पर दोस्तों की टोलियों के साथ घुमना ,तो कभी दादी से कहानियां सुनना
कभी गरमी की छुट्टी में नानी के घर जाना ,तो कभी पेड़ पर चढ़ना
यू ही दिन भर यारो की महफिल थी
बचपन भी कितना सुहाना था दिन से रात तक ना कोई ठिकाना था