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पश्चिम रेलवे ने माल यातायात से हासिल की 2667 करोड़ रु. की आमदनी

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अहमदाबाद,28 जुलाई 2020

समूची दुनिया में जनजीवन को प्रभावित करने वाली महामारी कोरोनावायरस के
कारण हमारा देश भी सबसे कठिन समय का सामना कर रहा है। पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान
परिदृश्य के दौरान परिवहन और श्रम की सबसे कठिन चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने
अपनी लोडिंग गतिविधियों को लगातार जारी रखा है।


     पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस
विज्ञप्ति के अनुसार, 22 मार्च, 2020 से लागू पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन
के दौरान कठिनतम परिस्थितियों और विकट चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने 26 जुलाई,
2020 तक मालगाड़ियों के 10,292 रेक लोड करके काफी सराहनीय कार्य किया है, जिसके
फलस्वरूप 2667 करोड़ रु. से अधिक की आमदनी हुई है। विभिन्न स्टेशनों पर श्रमशक्ति की
कमी  के बावजूद पश्चिम रेलवे  द्वारा अपनी मालवाहक ट्रेनों के ज़रिये देश भर में अत्यावश्यक
सामग्री का परिवहन बखूबी सुनिश्चित किया जा रहा है। इनमें पीओएल के 1107, उर्वरकों के
1727, नमक के 5559, खाद्यान्नों के 105, सीमेंट के 794, कोयले के 409, कंटेनरों के  4877 और सामान्य माल के 48 रेकों सहित कुल 20.98 मिलियन टन भार वाली विभिन्न मालगाड़ियों को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के विभिन्न रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 20,178 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 10,082 ट्रेनें सौंपी गईं और 10,096 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1338 रेक, BOXN के 678 रेक और BTPN के 574 रेकों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई।
      श्री ठाकुर ने बताया कि 23 मार्च, 2020 से 26 जुलाई, 2020 तक लगभग 85 हजार
टन वजन वाली अत्यावश्यक सामग्री  का परिवहन पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 425 पार्सल
विशेष गाड़ियों के माध्यम से किया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि
मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली कमाई 27.07 करोड़ रुपये रही
है।  इस अवधि के दौरान 64 मिल्क स्पेशल गाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाया गया,
जिनमें 48 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 8.33
करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार,  30,000 टन से अधिक भार वाली 346 कोविड
-19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके
द्वारा अर्जित राजस्व 15.41 करोड़ रुपये से अधिक रहा। इनके अलावा, 6493 टन भार वाले
15 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनसे 3.33 करोड़ रुपये से
अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।  पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में   समयबद्ध पार्सल
विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है। इनमें से एक पार्सल स्पेशल
ट्रेन  पश्चिम रेलवे से 27 जुलाई, 2020 को पोरबंदर से शालीमार के लिए रवाना हुई।

प्रदीप शर्मा,
जनसंपर्क अधिकारी,
पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद