पश्चिम रेलवे ने गुजरात से एक सप्ताह में बांग्लादेश के लिए दो ट्रेनों को रवाना कर रचा इतिहास

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पश्चिम रेलवे की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों ने गुजरात से एक सप्ताह में बांग्लादेश के लिए दो ट्रेनों को रवाना कर रचा इतिहास

अहमदाबाद,माल ढुलाई को बढ़ावा देने के भारतीय रेलवे के उद्देश्य की पूर्ति के लिए पश्चिम रेलवे के ज़ोनल मुख्यालय और मंडल कार्यालयों में पिछले दिनों मल्टी- डिसिप्लिनरी बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिट्स (बीडीयू) की स्थापना की गई।  इन इकाइयों को स्थापित करने का उद्देश्य नये विचारों और पहलों को शामिल करके माल बाजार में माल यातायात के व्यवसाय की सम्भावनाओं में सुधार करना है।  रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार, पश्चिम रेलवे माल ढुलाई करने वालों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन योजनाऍं भी लेकर आई है, जिनके माध्यम से माल ग्राहकों को   उनके माल और पार्सल के परिवहन के लिए रेलवे के साथ गठजोड़ करने हेतु बढ़ावा दिया जायेगा। इन प्रोत्साहन योजनाओं की मदद से, भारतीय रेलवे प्रतिस्पर्धी इकाई दरों पर माल ग्राहकों को ट्रैफ़िक की पेशकश कर रही है, जो सड़क परिवहन की तुलना में काफी कम हैं और इसके अंतर्गत उनका माल सुनिश्चित समय के साथ  त्वरित गति से गंतव्य तक पहुॅंचाया जायेगा।

       पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार- इसी क्रम में पश्चिम रेलवे की नवगठित भावनगर और अहमदाबाद की बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिटों ने एक सप्ताह के अंदर बांग्लादेश के लिए 2 ट्रेनों को भेजने की बड़ी उपलब्धि के साथ इतिहास रच दिया है। जिसके अंतर्गत पहली गुड्स ट्रेन 4 अगस्त, 2020 को भावनगर मंडल के धोराजी स्टेशन से रवाना हुई तथा पहली पार्सल विशेष ट्रेन ने 9 अगस्त, 2020 को काॅंकरिया गुड्स शेड से प्रस्थान किया। उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल पश्चिम रेलवे की सभी बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिटों  के प्रमुख पहलुओं की गहन मॉनिटरिंग कर रहे हैं और डिवीजनल BDU की सभी सम्बंधित ऊर्जावान टीमों को उनके मंडलों में नये माल व्यापार की बड़ी सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित कर रहे हैं। बीडीयू के लिए पहली सफलता तब हासिल की गई, जब भावनगर मंडल ने 4 अगस्त, 2020 को धोराजी से बांग्लादेश (दर्शना) के लिए प्याज रेक का लदान कर उसे रवाना किया। प्याज़ के रेक ने घोराजी से दर्शना तक 2437 किलोमीटर की दूरी तय की। एपीएमसी तथा धोराजी, उपलेटा और गोंडल क्षेत्र के प्याज़ व्यापारियों के साथ बीडीयू द्वारा निरंतर विपणन प्रयासों और बातचीत से इस सफलता को सम्भव बनाया जा सका। पश्चिम रेलवे की टीम द्वारा सुझाए गए कुछ अर्थवर्क के साथ-साथ लोडिंग पार्टी से प्राप्त इनपुट के आधार पर धोराजी स्टेशन को काफी कम समय में लदान के लिए फिट कर दिया गया था। इस प्रकार धोराजी स्टेशन को कम से कम समय में लदान के लिए खोला गया है। भावनगर मंडल के लिए नए माल यातायात से लगभग 46 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है तथा इस महीने दो और रेक लोड होने की सम्भावना है। 

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    श्री ठाकुर ने बताया कि बीडीयू की दूसरी उपलब्धि अहमदाबाद मंडल द्वारा हासिल की गई, जहाॅं बांग्लादेश के बेनापोल स्टेशन के लिए एक पार्सल विशेष ट्रेन बुक की गई। बांग्लादेश के लिए पश्चिम रेलवे की यह पहली पार्सल विशेष ट्रेन काॅंकरिया से बेनापोल तक 2110 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जिसमें क्लॉथ मैटीरियल, रसायन और डाई का लदान किया गया है। यह ट्रेन 9 अगस्त, 2020 को काॅंकरिया से रवाना हुई,  जिससे अर्जित राजस्व 30.50 लाख रु. है। उम्मीद है कि बेनापोल स्टेशन के लिए चार से पॉंच और पार्सल विशेष ट्रेनें जल्द ही बुक की जायेंगी। यह वास्तव में गर्व की बात है कि हमारी क्षेत्रीय रेलें न केवल भारत के लोगों की सेवा कर रही है; बल्कि बांग्लादेश के लोगों की सेवा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी पार कर रही है। 

   उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे ने इस वित्तीय वर्ष में देशव्यापी लॉकडाउन और श्रमशक्ति की कमी के बावजूद अपनी लोडिंग में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। पश्चिम रेलवे ने जुलाई 2020 आयरन र स्टील के 65 रेकों की  श्रेष्ठ लोडिंग हासिल की। ​​मिनी रेक की लोडिंग में भी भारी वृद्धि हुई है। अप्रैल से जुलाई 2020 तक चार महीनों में 249 रेक लोड किए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में सिर्फ दो रेक लोड हुए थे। पश्चिम रेलवे ने अक्टूबर, 2019 में खोले गए मार्ग से ड्वार्फ डबल स्टैक कंटेनरों के 30 रेक लोड किये हैं, जिनमें  से 17 रेक इस वित्तीय वर्ष में लादे गए हैं। जुलाई, 2020 में सबसे अधिक 6 रेकों का लोडिंग हुआ है। अप्रैल से जुलाई, 2020 तक 744 टू पॉइंट डेस्टिनेशन वाले रेक लोड हुए, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 621 रेक लोड किए गए थे और 11 रेकों को दो मूल बिंदुओं से एकल गंतव्य तक लोड किया गया था। मालगाड़ियों की गति को दोगुना करने के लक्ष्य के अनुरूप, पश्चिम रेलवे ने जुलाई, 2020 में 43 किमी / घंटा की गति प्राप्त की है, जबकि पिछले वर्ष में यह गति 27 किमी / घंटा थी। 

श्री ठाकुर ने बताया कि हाल ही में पश्चिम रेलवे पर नवस्थापित बीडीयू द्वारा चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज, राज्य सरकार के अधिकारियों और हैंडलिंग एजेंटों के 75 ग्राहकों के साथ कई बैठकें हुई हैं।  पश्चिम रेलवे द्वारा ग्राहकों को आश्वासन दिया गया है कि जहाॅं भी सम्भव है, बांग्लादेश के लिए पार्सल विशेष ट्रेन में लोड करने की स्टैकिंग के लिए उदार अनुमति की तरह रियायतें दी जाएंगी।  सम्भावित ग्राहकों ने भी अपने सुझाव दिए हैं और कुछ वस्तुओं को लोड करने में छूट मांगी है, जिसके लिए बेहतर व्यावसायिक सम्बंध विकसित करने पर पश्चिम रेलवे द्वारा विचार-विमर्श किया जा रहा है। श्री ठाकुर ने कहा कि पश्चिम रेलवे द्वारा इन नई पहलों से निश्चित रूप से राष्ट्र के आर्थिक और औद्योगिक विकास के नये द्वार प्रशस्त होंगे।