मुहाँसे दूर करे उड़द
- वानस्पतिक नाम- Vigna mungo (विग्ना मुंगो)
- कुल- फेबेसी (Fabaceae)
- हिन्दी- उड़द
- अंग्रेजी- ब्लैक ग्राम (Black Gram)
- संस्कृत- माशा
उड़द के बीजों से प्राप्त होने वाली दाल भारतीय किचन का एक प्रमुख हिस्सा है, इसकी खेती पूरे भारत में होती है। उड़द का वानस्पतिक नाम विग्ना मुंगो है। दुबले लोग यदि छिलके वाली उड़द दाल का सेवन करे तो यह वजन बढ़ाने में मदद करती है। गंजेपन दूर करने के लिए उड़द दाल एक अच्छा उपाय है, दाल को उबालकर पीस लिया जाए और इसका लेप रात को सोने के समय सिर पर कर लिया जाए तो गंजापन धीरे-धीरे दूर होने लगता है और नए बालों के आने की शुरुआत हो जाती है।
उड़द की बिना छिलके की दाल को रात को दूध में भिगो दिया जाए और सुबह इसे बारीक पीस लिया जाए। इसमें कुछ बूंदें नींबू के रस और शहद की डालकर चेहरे पर लेप किया जाए और एक घंटे बाद इसे धो लिया जाए। ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से चेहरे के मुहांसे और दाग दूर हो जाते हैं और चेहरे में नयी चमक आ जाती है। डाँग गुजरात के आदिवासी मानते हैं कि उड़द के आटे की लोई तैयार करके दागयुक्त त्वचा पर लगाया जाए और फिर नहा लिया जाए तो ल्युकोडर्मा (सफेद दाग) में आराम मिलता है। महिलाओं को प्रसव पश्चात् दूध नहीं आ रहा हो तो उड़द दाल, घी और गुड़ का सेवन हितकर होता है। फोड़े फुन्सियों, घाव और पके हुए जख्मों पर उड़द के आटे की पट्टी बाँधकर रखने से आराम मिलता है।