आजादी को सहेजने के मायने: मोहित कुमार उपाध्याय

किसी भी राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए उस देश के नागरिकों का सशक्त होना पहली आवश्यक शर्त होती है क्योंकि कमजोर लोगों की सहायता से कोई भी देश विकास … Read More

Independent india: स्वतंत्र भारत में राष्ट्र निर्माण की चुनौती: गिरीश्वर मिश्र

महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यक्रम में समाज के बहुमुखी और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्धता थी ताकि विदेशी शासन की लूट और मानसिक गुलामी से पार पाया जा सके और … Read More

Ramappa temple: गीत गाया पत्थरों ने: डॉ नीलम महेंद्र

यह पत्थरों पर उकेरा हुआ एक महाकाव्य है। वो महाकाव्य जो 800 सालों से लगातार शान से भारत की वास्तुकला और विज्ञान की गाथा गा रहा है। और अब तो इसके … Read More

A difficult daughter-in-law: एक मुश्किल बहू को कैसे संभालें?

जीवनसाथी के प्रति प्राथमिक निष्ठा की कानूनन और सामाजिक आवश्यकता और अपेक्षाओं के प्रचंड दबाव से अभिभूत होकर वह अपनी पत्नी की इच्छाओं का पालन करने के लिए मजबूर हो जाता … Read More

Public & Leader: जनता का शासन एवं जनप्रतिनिधि: मोहित कुमार उपाध्याय

ऐसा क्यों हो रहा है इसमें अनेक कारण शामिल हैं। उदाहारणस्वरूप – निहित राजनीतिक स्वार्थ, भ्रष्टाचार, राजनीतिज्ञों में पदों की लालसा, अनुशासन के नाम पर राजनीतिक दलों में पार्टी लाइन … Read More

population control policy: जनसमर्थन से हो जनसंख्या नियंत्रण: डॉ नीलम महेंद्र

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण population control policy: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण नीति लागू करने के फैसले ने इस विषय को राजनैतिक गलियारों में चर्चा से लेकर … Read More

Education policy & Challenges: शिक्षानीति के क्रियान्वयन की राह और चुनौतियाँ: गिरीश्वर मिश्र

परिणाम यह हुआ कि आकार में विश्व की एक प्रमुख वृहदाकार शिक्षा व्यवस्था तदर्थ ( एड हाक ) व्यवस्था में चलती रही . हम लोग पुराने ढाँचे में छिटफ़ुट बदलाव … Read More

Education: बदलता शैक्षिक परिदृश्य: गिरीश्वर मिश्र

Education: शिक्षा का मूल्य इस अर्थ में जगजाहिर है कि व्यापार , स्वास्थ्य , सामरिक तैयारी , यातायात , संचार , कृषि , नागरिक सुरक्षा यानी जीवन कोई भी क्षेत्र … Read More

भारत में सिनेमा (indian cinema) की यात्रा के पड़ाव: गिरीश्वर मिश्र

भारत में सिनेमा के सवा सौ साल होने के अवसर पर भारत में सिनेमा की यात्रा के पड़ाव Indian cineam: आज सिनेमा ज्ञान, चेतना और सामाजिक जागरूकता, मूल्य बोध, परवरिश … Read More

“मुंबई समाचार (Mumbai samachar) : २०० साल बेमिसाल…”

“मुंबई समाचार (Mumbai samachar) : २०० साल बेमिसाल…” अगर आपको कोई कहे कि भारत में पत्रकारिता शुरू करने वाला व्यक्ति एक भारतीय नहीं पर अंग्रेज था तो क्या आप मानेंगे? … Read More