Western railways parcel income: पश्चिम रेलवे ने पार्सल राजस्व में 200 करोड़ रुपये के आँकड़े को किया पार

मुंबई, 23 दिसंबर: Western railways parcel income: भारतीय रेलवे द्वारा अपनाए गए दर्शन के सिद्धांतों में “हगरी फॉर कार्गो” पश्चिम रेलवे की मुख्य प्राथमिकताओं में से एक है और इस आदर्श वाक्य के साथ शुरू किए गए विभिन्न प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। इस मिशन को जारी रखते हुए पश्चिम रेलवे ने 22 दिसंबर, 2021 को चालू वित्‍तीय वर्ष में पार्सल राजस्व में 200 करोड़ रुपये के आँकड़े को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। इसी प्रेरणा के साथ आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे ने 14 दिसंबर, 2021 को मूल राजस्व में 10,000 करोड़ रुपये के आँकड़े को पार कर लिया। यह प्रमुख उपलब्धि पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के दूरदर्शी नेतृत्व में संभव हुए हैं।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बिजनेस डेवलपमेंट (BDU) की बारीकी से निगरानी की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप पार्सल यातायात में सुधार हुआ है और साथ ही नए यातायात के मामले में अधिक माल ढुलाई के अवसर प्राप्त हुए हैं। 1 अप्रैल से 22 दिसम्‍बर, 2021 तक की अवधि के दौरान उत्पन्न समग्र पार्सल राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि में 115.56 करोड़ रुपये की तुलना में 201.09 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष के मुकाबले 74% अधिक है।

ठाकुर ने बताया कि 1 अप्रैल से 22 दिसंबर, 2021 तक की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने अपनी 587 समय सारणीबद्ध पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 2.28 लाख टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से  शामिल हैं। इसके माध्यम से 81.73 करोड़ रु. से अधिक के राजस्‍व की प्राप्ति हुई। पश्चिम रेलवे द्वारा 93,500 टन से अधिक भार और वैगनों के 100% उपयोग के साथ 133 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इसी तरह, 148 कोविड-19 स्पेशल पार्सल ट्रेनें लगभग 29300 टन अत्‍यावश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गई।

इसके अलावा, 169 इंडेंटेड रेक भी 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनमें लगभग 68,600 टन वस्‍तुओं का परिवहन किया गया। किसानों को उनकी उपज के लिए नए बाजार खोजने में मदद करने के लिए और किफायती एवं तेज परिवहन के लिए  इस अवधि के दौरान विभिन्न मंडलों से 37,000 टन से अधिक भार वाली 137 किसान रेलें भी चलाई गई हैं। 1 अप्रैल से 22 दिसंबर, 2021 तक की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के कुल 27853 रेक चलाये गये और 62.09 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की गई है। 59767 मालगाड़ियों को अन्य क्षेत्रीय रेलवेज के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें से 29871 ट्रेनों को हैंडओवर किया गया और 27846 ट्रेनों को विभिन्न इंटरचेंज बिंदुओं पर टेकओवर किया गया।  

बिजनेस डेव्लपमेंट यूनिट (BDU) मौजूदा और संभावित माल ढुलाई ग्राहकों के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि रेलवे बोर्ड द्वारा माल के त्वरित, विश्वसनीय, किफायती और थोक परिवहन के लिए शुरू किए गए प्रोत्साहनों के साथ उन्हें रेलवे के माध्यम से अपने माल के परिवहन के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

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