Parinda: कुछ बूंदों को समेट कर रखना है परिंडो में भरकर

Parinda: !!परिंडो!! Parinda: छल-छल बहती धारा केकुछ बूंदों को समेट कररखना है परिंडो में भरकरथोड़ा उनपर दया कर! प्यास सभी को लगती हैचाहे हो पक्षी, कीट या इंसानहम अपना ख्याल … Read More