Maa: झूक जाता है श्रध्दा से जिसके सामने सर,वही तो एक जननी होती है: रेणु तिवारी
~~मां (Maa)~~ सूर्य सा तप और धरा सी सहनशीलता उसमे होती हैचाँद की परछाई सी ममता भी तो उसी की होती हैसुबह से शाम तक तक कठपुतली बन जाती हैकठिनाइयों … Read More
~~मां (Maa)~~ सूर्य सा तप और धरा सी सहनशीलता उसमे होती हैचाँद की परछाई सी ममता भी तो उसी की होती हैसुबह से शाम तक तक कठपुतली बन जाती हैकठिनाइयों … Read More
અમદાવાદ,માં તે માં બીજા બધા વગડા ના વા….આ કહેવત ને ચરિતાર્થ કરતો આ વીડીઓ સામે આવ્યો છે જેમાં એક માદા ઉંદર વરસતા વરસાદમા જમીનના બાકોરા ના દર મા નાનકડા બચ્ચાઓને … Read More