Matlabi duniya: मतलबी इस दुनियां का मतलबी तमाशा है

!!Matlabi duniya!! मतलबी दुनियां का मतलबी तमाशा Matlabi duniya: मतलबी इस दुनियां का मतलबी तमाशा हैसच तो कब का मर गया झूठ से आशा है कौन, कब कहां, कैसे, बाजी … Read More

Kalam: कलम हमारी जान है, यही हमारी पहचान है

!!कलम हमारी जान है!! (Kalam) Kalam: कलम हम विद्यार्थियों कीहोती है हमारी हाथ-पैरइन्हीं से हम लिखते सीखतेइनका बलिदान बड़ा अनमोल। यही हमे सबकुछ सिखलातीइस भगदड़ की जिदंगी मेंजिंदगी जीने से … Read More

Pahachaan jara: कवि, कवित्त को पहचान जरा

!! पहचान जरा!! (Pahachaan jara) Pahachaan jara: कवि, कवित्त को पहचान जराशब्द लय मिला या किस बिम्ब छन्दढूढ़ता वो गान बह चली जिस धारचल, उठ, फिर ठहर जाता मन्द – … Read More

Dosti: दोस्ती इस जिंदगी का एक गहरा एहसास हैं

!! दोस्ती !!(Dosti) दोस्ती (Dosti) इस जिंदगी काएक गहरा एहसास हैं,की दूर होते हुए भीतू लगता मेरे पास हैं।। तेरे साथ बिताए पलमुझे यूं ही याद आ जाती हैं,पर आती … Read More

Lahar: सुख – दुःख की क्या खींचती व्यथाएँ ? बढ़ – बढ़ लौटती आँगन की जैसी छाया !

शीर्षक :- लहर (Lahar) Lahar: रात गुजर रही मेरे साथचहुँओर दिखा राख – सी चित्रमानो दे रहा कोई संदेशप्रत्याशा है जैसे झींगुर राग घट के दिशा – दिशा तिरती पवनेंमन्द … Read More

Kavya: सान्ध्य बीती जैसे जीवन नूर की नैया बहती रेत – सी पीछे छुटती छैया

!! महोच्चार जाग्रत उर में !! (Kavya) Kavya: सान्ध्य बीती जैसे जीवन नूर की नैयाबहती रेत – सी पीछे छुटती छैयातस्वीर बन रचती जैसी हो शशि रागबन , मुरझा उठीं … Read More

Answer if possible: हो सके तो जवाब दे जाना: रेणु तिवारी “इति”

हो सके तो जवाब दे जाना(Answer if possible) सुना है हिसाब के बड़े पक्के होकिसी का बकाया नहीं रखते?तो फिर लौटा जाना मेरे ख़्वाबलौटा जाना इंतजार की वो घड़ियांलौटा जाना … Read More

Krishna Radha: प्रेम में धड़कते हर दिल में हो तुम

नटखट हो गोविंद हो तुमगोपियों के दिल की बात हो तुमराधा का अधूरा प्रेम हो तुममीरा के तानपुरे की आवाज़ हो तुमवो मिट्टी में खेलते बाल गोपाल हो तुमप्रेम में … Read More

Covid Fighters: कोविड फाइटर्स,आज ऐसे माहौल में जब हर तरफ सन्नाटा है

Covid Fighters: कोविड फाइटर्स Covid Fighters: आज ऐसे माहौल में जब हर तरफ सन्नाटा है,हमारी रक्षा के लिए सड़कों में बस खाकी वर्दी वाला नजर आता है.अपने रिश्तों के मोह … Read More

ખેડૂતોના સમર્થનમાં પરેશ ધાનાણીનો કવિતાના માધ્યમથી સરકાર પર પ્રહાર

“”દેશને લૂંટવાના, ૧૦ પગથિયા”” પહેલા ખેડૂતોને ધેર બેઠા લલચાવી અનેમાર્કેટયાર્ડના કાયમી ધક્કા બંધ કરાવશે,[૧] પછી માર્કેટયાર્ડના વેપારીઓને હંફાવી અનેહરરાજીમાં ઉભતા હરિફોને ખતમ કરાશે,[૨] પછી માર્કેટયાર્ડોને કાયમી બંધ કરી અનેમોંઘીદાટ જમીનો … Read More