Pahachaan jara: कवि, कवित्त को पहचान जरा

!! पहचान जरा!! (Pahachaan jara) Pahachaan jara: कवि, कवित्त को पहचान जराशब्द लय मिला या किस बिम्ब छन्दढूढ़ता वो गान बह चली जिस धारचल, उठ, फिर ठहर जाता मन्द – … Read More