था कभी यह आर्यवर्त.. था कभी यह आर्यवर्त..

था कभी यह आर्यवर्त..था कभी यह आर्यवर्त..श्री राम-कृष्ण-शंकराचार्य और विवेकानंद सबने यहीं जाना धर्म का मर्म।सप्त ऋषियों का भी हुआ यहीं जन्म,गुरु गोविंद सिंह ने भी लिया यहीं प्रण,स्वामी बुद्ध-महावीर … Read More