Sunlight: आओ आज मुट्ठी में कैद कर लू ये धूप: रेणु तिवारी “इति”

“धूप”(Sunlight) आओ आज मुट्ठी में कैद कर लू ये धूपमन की सीलन से भरी दीवारों पे,फेक दू ये धूपठंडी निराश सी उम्मीदों पर,हौसले से भरी हथेली सी सेक दू ये … Read More