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Mahakumbh Prayagraj: भव्य और दिव्य महाकुंभ के लिए संगमनगरी का हो रहा कायाकल्प

Mahakumbh Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा महाकुंभ

  • 45 करोड़ श्रद्धालुओं के देश और विदेश से आने की संभावना
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रिपोर्ट: राम मणि पांडेय
प्रयागराज 23 नवंबर:
Mahakumbh Prayagraj: संगमनगरी प्रयागराज में अगले वर्ष की शुरुआत में होने जा रहे महाआयोजन महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में जोरदार तैयारियों में जुटी है। इस बार प्रयागराज महाकुंभ पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा।

जबकि समापन महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी को होगा। इस बार के महाकुंभ में शाही स्नान की 6 तिथियां होंगी, जिसमें साधु-संतों के अखाड़े स्नान करें । महाकुंभ में सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ-साथ महाकुंभ की सुंदरता को लेकर भी मिशन मोड में कार्य हो रहा है। जगह-जगह ग्रीन बेल्ट, हार्टिकल्चर, थीमैटिक डेवलपमेंट समेत सैकड़ों स्तंभ स्थापित किए जा रहे हैं।

Mahakumbh Prayagraj

भव्य और विराट महाकुंभ

अमृत काल के दौरान आयोजित हो रहा महाकुंभ 2025 (Mahakumbh Prayagraj) राष्ट्रवाद की भावना से गूंजेगा। इस बार का महाकुंभ हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की सोच का अहम प्रतीक होगा। सीएम योगी सरकार ने महाकुंभ की तैयारियों को विश्व स्तर का बनाने के लिए 2600 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। इस बजट से नए निर्माण, मरम्मत, भीड़ प्रबंधन, यातायात और सुरक्षा से जुड़ी 6 हजार परियोजनाओं पर दिन रात कार्य किया जा रहा है।

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महाकुंभ 2025 का आयोजन “डिजिटल” कुंभ और “हरित” कुंभ के के मायनों को बढ़ावा देगा। परंपरा के साथ ही तकनीक का उपयोग करके श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस बार महाकुंभ में एआई और चैटबॉट जैसी अत्याधुनिक तकनीकि से श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराया जाएंगा। महाकुंभ में पहली बार विकसित किया जा रहा है चैटबॉट “कुंभ सहायक”। श्रद्धालु इसे 10 से अधिक भाषाओं में इस्तेमाल कर पाएंगे।

45 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना

मेला प्राधिकरण अनुमानित 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। इसकी तैयारियों के तहत 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मेला क्षेत्र को 25 सेक्टर्स में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में कैंप, ऑफिस, कम्युनिटी एरिया के साथ ही स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा से संबंधित आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस आयोजन को सुरक्षित, दुर्घटना रहित और यादगार बनाने का प्रयास हो रहा है।

इसके लिए गोवा, कोलकाता, महाराष्ट्र समेत देश के सबसे चुनिंदा जल पुलिस के जवान प्रयागराज में तैनात किए जा रहे हैं। प्रयागराज और मेला में शामिल होने वाले नागरिकों के लिए पूरे मेला क्षेत्र में 2 लाख टेंट्स स्थापित किए जा रहे हैं, जबकि 1800 हेक्टेयर में पार्किंग एरिया बनाया जा रहा है। 12 किमी. तक फैले घाटों को श्रद्धालुओं को समर्पित सुविधाओं से लैस किया जा रहा है।

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