Holashtak: होलाष्टक में इन कामों को करना वर्जित होता है ,जाने
Holashtak: होलाष्टक आठ दिन के होते हैं। इन दिनों सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित होते हैं।
धर्म डेस्क, 27 फरवरी: Holashtak: इस साल होलाष्टक की शुरुआत 27 फरवरी से होगी और समापन होली दहन के दिन 7 मार्च पर होगा। होलाष्टक के दिनों को अशुभ माने जाते हैं। होलाष्टक में शुभ कार्य नहीं होते। आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे के होलाष्टक में क्या नहीं करना चाहिए।
क्यों अशुभ होते हैं होलाष्टक :(Holashtak)
होलाष्टक को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है। एक बार कामदेवने भगवान शिव की तपस्या भंग कर दी थी। जिससे क्रोधित होकर भगवान शिव ने कामदेव को फाल्गुन अष्टमी के दिन भस्म कर दिया लेकिन कामदेव की पत्नी के बार-बार विनंती करने पर भगवान ने उन्हें फिर से जीवित कर दिया। कहते हैं की तभी से होलाष्टक मनाने की परंपरा चली आ रही है। चलिए जानते हैं होलाष्टक में वर्जित कार्य।
होलाष्टक (Holashtak) में वर्जित कार्य :
इस दौरान जमीन , मकान या अन्य कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदनी चाहिए और न ही बेचनी चाहिए। होलाष्टक के दौरान सगाई , शादी , ग्रह प्रवेश भी शुभ काम नहीं करना चाहिए । ये कार्य पूर्ण तरह से वर्जित माने जाते हैं। इन दिनों में नया रिश्ता भी तय नहीं होता।
होलाष्टक में सोने -चांदी के आभूषण नहीं खरीदने चाहिए। इन दिनों नए आभूषण खरीदने से घर में तकलीफें आ सकती है।
इस दौरान नये वाहन की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। इन दिनों वाहन ख़रीदा जाए तो वह अशुभ फल देता है।
होलाष्टक पर किसी भी तरह का धार्मिक अनुष्ठान नहीं करना चाहिए। इन दिनों में धार्मिक अनुष्ठान करने से भगवान प्रसन्न नहीं होते।
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