World organization of students youth

World organization of students-youth: खजुराहो में विश्व छात्र युवा संगठन का अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

  • होटल रमाडा के सभागार में हुये कार्यक्रम में 32 देशो के 90 प्रति निधियों की रही भागीदारी

World organization of students-youth: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री कृष्णा रेड्डी मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि थे खजुराहो के सांसद बी डी शर्मा

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

खजुराहो, 14 अगस्तः World organization of students-youth: विश्व छात्र युवा संगठन के अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन खजुराहो के होटल रमाडा के सभागार में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर 32 देशों के 90 प्रतिनिधि उपस्थित रहे। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अथिति केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री कृष्णा रेड्डी और संसद सदस्य बी डी शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

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इस अवसर पर मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो लोकसभा के सांसद बी डी शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खजुराहो को ले जाने की बात कहते हुए कहा कि, स्थापत्य कला के अद्भुत नमूने को आप सभी छात्र देखें और वैश्विक स्तर पर भारत की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि wosy अपने आप्त वाक्य “वसुधैव कुटुंबकम्” को चरितार्थ कर रहा है। यह सिर्फ एक पंक्ति नही विचार है।

स्वामी विवेकानंद के शिकागो वक्तव्य को याद करते हुए उन्होंने कहा कि, जैसे ही विदेशी धरती पर सभागार में उन्होंने मेरे प्रिय भाइयों और बहनों शब्द कहा, वैसे ही विश्व को भारत की विश्व बंधुत्व भावना का परिचय दे दिया।

शर्मा ने आगे कहा कि भारत की पहचान आत्मीयता है, मूल्य, नीति, सद्भावना, दायित्व बोध के साथ करुणा का भाव से है। जिसे भारत के यशश्वी प्रधानमंत्री ने मंत्र की तरह दुनिया को दिया। संकट से समाधान का रास्ता कोविड महामारी के दौरान प्रधानमंत्री ने विश्व को दिया। सर्वे भवन्तु सुखिनः के सिद्धांत को योग दिवस के रूप में भारत ने दिया और विश्व के 193 देशों ने उसे स्वीकार किया। Wosy से जुड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत की वैश्विक पहचान को और मजबूत करेंगे।

मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री कृष्णा रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की विशेषता विचारों की विविधता, कलात्मक स्वतंत्रता और प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा करनेवाले देश के रूप में है। अतिथि देवो भव जैसी भावना भारत की पहचान है जहां अतिथि भी देवता सदृश हैं। पूरे देश की यात्रा से आप इस भाव को समझ सकते हैं। फ्यूचर जेनरेशन अर्थात आनेवाली पीढ़ी को नए संकल्प के साथ नए भारत का स्वप्न संजोना होगा। भारत प्रजातंत्र की जन्मस्थली है। 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की भारत की अर्थव्यवस्था के होने का अनुमान है।

आपने आगे कहा कि युवा शक्ति, विश्वशक्ति है यह सिर्फ नारा नही है। उसे प्राप्त करने के लिए संकल्पित हो आगे बढ़ना होगा। भारत विविधताओं का देश है। भाषा, संस्कृति की विभिन्नता के बावजूद यह एक है। आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को एक साथ समझ कर भारत की वैभवशाली परंपरा को आत्मसात करने की जरूरत है।

उन्होंने अपने व्याख्यान में भारत के खाद्यान्न उत्पादन के विभिन्न आयामों को बताते हुए कहा कि विश्व में कोविद के दौरान सबसे बड़ा निशुल्क अन्न वितरण करने वाला देश बना। युवाओं को भारत के अमृत महोत्सव में भाग लेने और भारत की परंपरा और संस्कृति को जानने समझने का आह्वान किया।

Wosy के जनरल सेक्रेटरी संजीव निगमबो ने wosy का परिचय देते हुए कहा कि, अपने स्थापना काल 1985 से वसुधैव कुटुंबकम् की भावना का विस्तार करते हुए भारत में पढ़ रहे विदेशी छात्रों के हित के प्रति वचनबद्ध हैं। सतत विकास उसके चिंतन में है। UN के एजेंडे को विकसित करने में wosy की भूमिका महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर Wosy के चेयरपर्सन नितिन शर्मा ने कहा कि wosy एक वैश्विक परिवार है। भारत के पास भावना है। इसे कॉविड के दौरान विश्व ने समझा। संगोष्ठी में 32 देशों के 90 wosy सदस्य इस भावना की पुष्टि करते हैं। साथ ही उनका एक साथ होना यह साबित करता है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध नहीं है।

इस अवसर पर भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद, जमैका के राजदूत जैसन किट्स हाल के साथ एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, महामंत्री निधि त्रिपाठी, सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल अकांत, जी लक्ष्मण के अतिरिक्त देश भर से आए अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

भारत में पढ़ रहे विदेशी छात्रों ने wosy के साथ जुड़े विचारो को साझा किया। इस अवसर पर Wosy के सदस्यों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस कॉन्फ्रेंस में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 35 विदेशी विद्यार्थियों ने शिरकत की। अंत में शुभम गोयल ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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