Workshop on gauidance-councelling: निर्देशन और परामर्श कार्यशाला के चतुर्थ दिवस बीएचयू के प्रोफेसर एच एस अस्थाना का रोचक व्याख्यान
Workshop on gauidance-councelling: निर्देशन और परामर्शः नये आयाम, हस्तक्षेप और रणनीतियाँ कार्यशाला के चतुर्थ दिवस बीएचयू के प्रोफेसर एच एस अस्थाना का रोचक व्याख्यान
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 18 जूनः Workshop on gauidance-councelling: वसंत महिला महाविद्यालय के शिक्षा विभाग तथा निर्देशन एवं परामर्श प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में निर्देशन और परामर्शः नये आयाम, हस्तक्षेप और रणनीतियां विषय पर आयोजित पंचदिवसीय कार्यशाला के चतुर्थ दिवस प्रोफेसर एच एस अस्थाना का रोचक व्याख्यान हुआ। मुख्य अतिथि बीएचयू के मनोविज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो.एच.एस. अस्थाना ने व्यक्ति केंद्रित परामर्श पर अपना गंभीर दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के आरंभ में मेधा चतुर्वेदी (एम एड द्वितीय सेमेस्टर) ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। संचालन वसंत महिला महाविद्यालय के मनोेविज्ञान विभाग के अस्टिटेंट प्रो.डॉ.वेद प्रकाश रावत ने किया। प्रो.सीमा श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि का परिचय के साथ ही कार्यक्रम के विषय पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रो.एच.एस. अस्थाना ने व्यक्ति केंद्रित परामर्श नामक विषय के अंतर्गत गैर-निदेशात्मक परामर्श व व्यक्ति केंद्रित थेरेपी का परामर्श में महत्व पर विस्तार से चर्चा की।
Workshop on gauidance-councelling: व्याख्यान के दौरान प्रोफेसर अस्थाना ने बताया कि व्यक्ति दूसरों के नजरों में अच्छा बनने के लिए उन व्यवहारों को करना प्रारंभ कर देता है, जिससे वह स्वयं संतुष्ट नहीं रहता। अंतः उनके जीवन में समस्या का आगमन प्रारंभ हो जाता हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति केंद्रित आत्म-धारणा को समझना आवश्यक हैं।
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मनोवैज्ञानिक प्रोफेसर अस्थाना ने व्यक्ति केंद्रित परामर्श को मानवतावादी दृष्टिकोण का आधार बताते हुए, रॉजर्स के सिद्धांत के माध्यम से परामर्श के लक्ष्य को छह मुख्य शर्तों से स्पष्ट किया। आपने बताया कि व्यक्ति केंद्रित परामर्श में परामर्शदाता एवं प्रार्थी के मध्य इस प्रकार के संबंध स्थापित होते हैं, जिससे प्रार्थी के समस्या का निवारण होता हैं। प्रार्थी सकारात्मक उर्जा से भर जाता हैं।
उन्होंने परामर्श के सभी पहलुओं पर अत्यंत प्रभावपूर्ण ढंग से प्रकाश डालते हुए व्यक्ति केंद्रित परामर्श को व्यवहारिक जीवन के उद्धरणों द्वारा सरल और रोचक बना दिया। व्याख्यान के इसी क्रम में उन्होंने छात्राओं द्वारा व्यक्ति केंद्रित परामर्श विषय से संबंधित पूछे गए प्रश्नों का यथोचित उत्तर दिया।
इस अवसर पर एम एड की छात्राओं द्वारा परामर्श के लिए स्किनर का व्यवहार दृष्टिकोण नामक विषय पर वीडियो प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा प्रस्तुतीकरण पर उचित प्रतिक्रिया और सुझाव दिए गए। अंत में शिक्षा-विबाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर सुजाता साहा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।