16 से 30 नवंबर तक ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान का दूसरा चरण चलेगा: गोपाल राय
दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति के मद्देनजर 16 से 30 नवंबर तक ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान का दूसरा चरण चलेगा- गोपाल राय
- – पहले चरण की तरह अभियान के दूसरे चरण में लोगों को जागरूक करने के लिए 11 जिलों के 100 अलग-अलग चौराहे पर ढाई हजार माॅर्शल नियुक्त किए जाएंगे- गोपाल राय
- – बायो डीकंपोजर के छिड़काव का असर जानने के लिए गठित कमेटी आज रिपोर्ट देगी, जिसे कल सीएम को प्रस्तुत किया जाएगा – गोपाल राय
- – दिल्ली के युवाओं, आरडब्ल्यूए, मोहल्ले के निवासियों से अपील है कि कहीं पर भी कूड़ा जलाया जा रहा है, तो उसे तुरंत बुझा दें- गोपाल राय
- – दीपावली पर दिल्ली के सभी लोग मिलकर के दीया जलाएं और पटाखे न जलाएं, विपक्ष के लोग युवाओं को पटाखा जलाने के लिए न उकसाएं- गोपाल राय
रिपोर्ट: महेश मौर्य, दिल्ली
नई दिल्ली, 11 नवंबर, 2020: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए 16 नवंबर से रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा, जो 30 नवंबर तक चलेगा। पहले चरण की तरह अभियान के दूसरे चरण में लोगों को जागरूक करने के लिए 11 जिलों के 100 अलग-अलग चौराहे पर ढाई हजार माॅर्शल नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के 2 हजार एकड़ क्षेत्र में बाॅयो डीकंपोजर के छिड़काव के असर को जानने के लिए गठित कमेटी आज अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जिसे कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंपेंगे । दिल्ली के हिस्से का प्रदूषण कम करने के लिए गोपाल राय ने दिल्ली के युवाओं, आरडब्ल्यूए, मोहल्ले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कहीं पर यदि कूड़े को जलाया जा रहा है, तो उसे तुरंत बुझा दें। दीपावली पर सभी लोग मिलकर के दीया जलाएं और पटाखे न जलाएं। विपक्ष के लोग युवाओं को पटाखा जलाने के लिए न उकसाएं।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के अंदर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 5 अक्टूबर से ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान शुरू किया । दिल्ली के अंदर अलग-अलग प्रदूषण के जो स्रोतों से उनको रोकने के लिए सरकार की तरफ से लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं और जमीन पर कार्रवाई की जा रही है। वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 21 अक्टूबर से 15 नवंबर तक ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान जारी है। अभियान के तहत दिल्ली के लोगों की ओर से रेड लाइट पर गाड़ी बंद करके वाहन प्रदूषण को कम करने में योगदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के कार, बाइक, टैक्सी चालक समेत उन तमाम लोगों को बधाई देना चाहता हूं, जिन लोगों ने अपनी जिम्मेदारी समझ कर दिल्ली के अंदर से पैदा होने वाले वाहन प्रदूषण को कम करने में अपना सकारात्मक सहयोग दिया है।
गोपाल राय ने कहा कि रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान 15 नवंबर तक चलना है, लेकिन अभी दिल्ली में प्रदूषण की जो स्थिति बनी हुई है, उसको देखते हुए सरकार ने रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ के दूसरे चरण का अभियान 16 नवंबर से 30 नवंबर तक चलाने का निर्णय लिया है। यानी 16 नवंबर से रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ फेस दो शुरू करेंगे, जो 30 नवंबर तक दिल्ली के अंदर जारी रहेगा। अभियान के दूसरे चरण में भी पहले की तरह जमीन पर लोगों को जागरूक करने के लिए ढाई हजार मार्शल नियुक्त किए जाएंगे। ढ़ाई हजार मार्शल पहले फेज की तरह 11 जिलों के जो 100 अलग-अलग चैराहे पर नियुक्त किए जाएंगे। मुख्य 10 चैराहों पर 20-20 पर्यावरण मार्शल नियुक्त होंगे। एसडीएम, एसीपी, ट्रैफिक पुलिस का संयुक्त निगरानी का तंत्र दूसरे चरण के अंदर भी जारी रहेगा।
बायो डीकंपोजर के छिड़काव का असर जानने के लिए गठित कमेटी आज रिपोर्ट देगी, जिसे कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंपूंगा- गोपाल राय
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर रेड लाइट आॅन, गाड़ी ऑफ अभियान के साथ-साथ पराली को जलाने की जगह गलाने के लिए राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा के द्वारा बायो डीकंपोजर तैयार किया गया। जिसका छिड़काव दिल्ली के अंदर लगभग 2000 एकड़ क्षेत्र में हुआ है। इसका प्रभाव जानने के लिए दिल्ली सरकार ने 15 सदस्यीय बायो डीकंपोजर इंपेक्ट असेसमेंट कमेटी का गठन किया था। इसमें विधायक, पूसा संस्थान के वैज्ञानिक और दिल्ली सरकार के कृषि विभाग के 5 अधिकारियों को रखा गया था। कमेटी की ओर से आज शाम तक यह रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री को कल यह रिपोर्ट सबमिट करेंगे। बायो डीकंपोजर के छिड़काव की हिरनकी गांव से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद जाकर शुरुआत भी की थी। छिड़काव के 20 दिन पूरा होने के बाद बायो डीकंपोजर का क्या असर रहा, इसका मुख्यमंत्री ने खुद मुआयना किया था। लेकिन दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में पड़े असर को लेकर रिपोर्ट कमेटी आज शाम तक दे देगी। इसके बाद कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिपोर्ट सौंपूंगा।
निर्माण और ध्वस्तीकरण में लापरवाही बरती जा रही है, दिल्लीवासी अपने हिस्से के धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सतर्कता बरतें-गोपाल राय
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इसके साथ साथ दिल्ली के अंदर एंटी डस्ट पॉल्यूशन को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। अभी भी कुछ-कुछ जगहों पर ग्रीन दिल्ली एप पर शिकायत आ रही है कि निर्माण और ध्वस्तीकरण के दौरान थोड़ी बहुत लापरवाही बरती जा रही है। जिस पर पीडब्ल्यूडी, डीडीए, एमसीडी समेत अलग-अलग विभागों के माध्यम से कार्यवाही की जा रही है, लेकिन मैं दिल्ली के लोगों से अपील करना चाहता हूं, यह प्रदूषण के खिलाफ जो लड़ाई है, उसे सरकार केवल अकेले अपने दम पर लड़कर नहीं जीत सकती। इसके लिए हम सबको अपने हिस्से का छोटा-छोटा योगदान देना होगा। कई लोगों से हमने बात की, तो उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी दिल्ली में हमने थोड़ा सा रोड़ी रखा है, इससे क्या होने वाला है। लेकिन यह छोटे-छोटे योगदान मिलाकर के बड़ा असर डालते हैं। इसलिए मैं दिल्ली के दो करोंड़ लोगों से निवेदन करना चाहता हूं कि दिल्ली में अपने हिस्से का जो धूल प्रदूषण है, उसे नियंत्रित करने के लिए आप सतर्कता बरतें और धूल प्रदूषण को रोकने में सहयोग करें।
दिल्ली के युवाओं, आरडब्ल्यूए, निवासियों से अपील करता है कि कहीं पर कूड़े को जलाया जा रहा है तो उसे तुरंत बुझा दें- गोपाल राय
उन्होंने कहा कि एप के माध्यम दिल्ली के अंदर जगह-जगह कूड़े जलाने की घटना और सूचनाएं आ रही हैं। मैं निवेदन करना चाहता हूं कि अगर कहीं पर कूड़ा जलाया जा रहा है, तो आप ग्रीन दिल्ली एप पर जरूर इसकी सूचना दें। जिससे हम उस पर तुरंत कार्रवाई कर सकें और स्थानीय स्तर पर कोशिश करें कि उस आग को तुरंत बुझा दिया जाए। क्योंकि एप पर सूचना आने में और वहां पर भेजने में समय लगता है। मैं आरडब्ल्यूए, मोहल्ले के लोगों और दिल्ली के युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि कहीं पर यदि कूड़े को जलाया जा रहा है, तो उसे तुरंत बुझा दें। बड़ी आग है, तो दमकल बुझाने के लिए आएगी। दिल्ली के युवाओं, छात्रों से मेरा निवेदन है कि अगर छोटी-छोटी आग को बुझाने में पहल करेंगे, तो दिल्ली के प्रदूषण को कम कर पाएंगे।
दीपावली पर सभी लोग मिलकर के दीया जलाएं और पटाखे ना जलाएं, विपक्ष के लोग युवाओं को पटाखा जलाने के लिए न उकसाएं- गोपाल राय
दिल्ली के अंदर सरकार और एनजीटी ने दीवाली के अवसर पर दिया जलाने और पटाखे ना फोड़ने की अपील की है। दिल्ली में पटाखे बैन किए गए हैं। मैं पिछले कुछ दिन से देख रहा हूं कि जब से पटाखे बैन किए गए हैं तब से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बयानों से ऐसा लग रहा है जैसे वह इसके पक्ष में नहीं हैं। मैं उन लोगों से हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि आपको बयानबाजी से कितना राजनीतिक फायदा हो रहा है? हमें नहीं पता। केंद्र सरकार पराली जलने से नहीं रोक पाई और ईट भट्टे व थर्मल पावर नहीं रोक गए। केंद्र सरकार की तरफ से दो महीने में कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आप मत सहयोग करिए, लेकिन कम से कम दिल्ली के युवाओं को पटाखा फोड़ने के लिए मत उकसाइए। दिल्ली आपकी भी है और दिल्ली के अंदर प्रदूषण का प्रभाव सब के ऊपर हो रहा है। प्रदूषण नहीं देखता कि आप भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी वाले हो, वह सब के ऊपर असर कर रहा है। इस समय कोरोना वायरस होने के कारण लोगों की जिंदगी गंभीर हालत में है। कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में उकसावा देने वाले बयान से बचने की जरूरत है। आप सहयोग करें, तो बेहतर है, लेकिन अगर सहयोग नहीं करने की इच्छा है, तो कम से कम शांत रहें। जिससे की लोगों की जिंदगी को बचाया जा सके।
गोपाल राय ने कहा कि पराली का जो धुंआ आ रहा है, उसमें हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन दिल्ली के अंदर से धूल प्रदूषण, बायोमास बर्निंग, वाहन प्रदूषण समेत जितने भी स्त्रोत हैं, उसको हम नियंत्रित करना चाहते हैं। दीपावली के अवसर पर पटाखों का जलना गंभीर होता है। दीपावली के समय के जो हालात होते हैं, वो किसी से छुपे नहीं हैं। ऐसे में हम विपक्ष से भी चाहते हैं कि वो सहयोग करें। दीपावली को मनाने के लिए सभी लोग मिलकर के दीया जलाएं, पटाखे ना जलाएं। सभी लोग मिलकर यह सुनिश्ति करें। इसको रोकने के लिए सरकार, पुलिस काम कर रही है और एसडीएम, डीएम को भी जिम्मेदारी देकर लगाया गया है। लेकिन जनता के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। मैं चाहता हूं कि विपक्ष सहयोग करने की मनोस्थिति में नहीं है तो कम से कम उकसावा देने वाला बयान ना जारी करें। सभी मिलकर काम करेंगे तो दिल्ली को बचाया जा सकता है। आज मैं भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के नेताओं से कहना चाहता हूं कि हम सब मिलकर सहयोग करें। दिल्ली में आज जिंदगी बचाना सबसे बड़ा धर्म है और उस मानवता के धर्म के लिए हम सबको मिलकर काम करना पड़ेगा।
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