Rajiv prakash

Rajeev prakash appointed director of IIT bhilai: आईआईटी (बीएचयू) के प्रोफेसर राजीव प्रकाश बने आईआईटी भिलाई के निदेशक

Rajeev prakash appointed director of IIT bhilai: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नियुक्ति पत्र पर किया हस्ताक्षर

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 22 सितंबर: Rajeev prakash appointed director of IIT bhilai: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) स्थित स्कूल ऑफ मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर राजीव प्रकाश आईआईटी भिलाई के निदेशक पद पर नियुक्त हुए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उनके नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किये। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने प्रोफेसर राजीव प्रकाश को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संस्थान से पदार्थ प्रौद्योगिकी में एम टेक की डिग्री प्राप्त की और 1999 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, बॉम्बे से पीएचडी का काम पूरा किया। वर्तमान में, वह पदार्थ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर हैं।

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इससे पूर्व वे संस्थान में दो बार अधिष्ठाता (रिसर्च एवं डेवलेपमेंट) और दो बार स्कूल ऑफ मैटेरियल साइंस के समन्वयक और एक बार डीन एकेडमिक अफेयर्स भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे संस्थान में एनआईआरएफ रैंकिंग कमेटी के सदस्य, प्रेस एंड पब्लिसिटी कमेटी के चेयरमैन, सेंट्रल इंस्ट्रूमेंट फैसल्टी के फाउंडर कोआर्डिनेटर समेत विभिन्न प्रशासनिक पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

आईआईटी (बीएचयू) में शामिल होने से पहले उन्होंने सात साल तक वैज्ञानिक के रूप में सीएसआईआर (आईआईटीआर, लखनऊ) में सेवाएं दी। उनके अनुसंधान के क्षेत्रों में पॉलिमर और नैनोकम्पोजिट, कार्बनिक इलेक्ट्रॉनिक्स और सेंसर डिवाइस व ऊर्जा भंडारण उपकरण शामिल हैं। उनके पास प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 225 से अधिक प्रकाशन हैं और उनका एच इंडेक्स 42 है। उनके क्रेडिट में 22 पेटेंट हैं (जिनमें से 2 प्रौद्योगिकियों को व्यावसायीकरण के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है)।

प्रोफेसर राजीव को यंग साइंटिस्ट अवार्ड (विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद), यंग इंजीनियर (INAI) अवार्ड्स ऑफ़ इंडिया और मैटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी (MRSI) मेडल अवार्ड ऑफ़ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से नवाज़ा जा चुका है। वह कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में हैं।

प्रोफेसर राजीव भारत विजन 2035 के लिए डीएसटी-टीआईएफएसी और एमएचआरडी कार्यक्रम सहित विभिन्न राष्ट्रीय समितियों के सदस्य हैं। साथ ही इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर, नई दिल्ली की एक्सेलेरेटर उपयोगकर्ता समिति के सदस्य, भारत सरकार के सदस्य रक्षा कॉरिडोर परियोजना के सदस्य और डीएसटी, नई दिल्ली, भारत के प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम (टीडीपी) के लिए कार्यक्रम सलाहकार समिति के सदस्य हैं।

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