Munshi Premchand Jayanti

Munshi Premchand Jayanti: कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद के गाँव में महोत्सव के रूप में मनाई गई उनकी जयंती

Munshi Premchand Jayanti: लमही महोत्सव 2022 के अन्तर्गत तीन दिनों तक काशी में हुये विविध साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

महोत्सव का समापन प्रेमचंद जी के स्मारक, पैतृक निवास, कुएं और तालाब पर दीपोत्सव के रूप में हुआ

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 31 जुलाई:
Munshi Premchand Jayanti: क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा, कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती,उनकी जन्मभूमि लमही गाँव में महोत्सव के रूप में मनाई गई . वाराणसी मुख्यालय से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित कथा सम्राट के गाँव में साहित्य ,कला और रंगमंच से जुड़े ख्याति नाम विभूतियों ने मुंशी प्रेमचंद को सिद्दत के साथ याद किया .

इस अवसर पर आयोजित त्रिदिवसीय मुंशी प्रेमचंद लमही महोत्सव 2022 के अन्तर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन शहर में 29-31 जूलाई तक किया गया। अंतिम दिन रविवार 31जुलाई को प्रेमचंद जी के पैतृक गांव लमही में प्रेमचंद स्मारक और रामलीला मैदान में मुख्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसके अंतर्गत प्रात: शहर के विद्वानों, साहित्य प्रेमियों, जन सामान्य द्वारा प्रेमचंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि का वृहद आयोजन हुआ. तदोपरांत संस्कृति विभाग द्वारा विद्वानों का सम्मान किया गया।

इस क्रम में पंडित हरेराम द्विवेदी, प्रो० शाहिना रिज़वी, डा दयानंद जी का पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्रम और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार व प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया।

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इस अवसर पर रामलीला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें शहर की विविध संस्थाओं, विद्यालयों द्वारा प्रेमचंद की रचनाओं सवासेर गेहूं, सद्गति, ठाकुर का कुंआ, मंत्र, पंच परमेश्वर पर आधारित कठपुतली एवं नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से सामाजिक संदेश देने का प्रयास किया गया. इसके अतिरिक्त लोकगायन बिरहा, कजरी आदि की भी प्रस्तुति हुई। उपस्थित श्रोताओं ने आयोजन को खूब पसंद किया गया। महोत्सव का समापन प्रेमचंद जी के स्मारक, पैतृक निवास, कुएं और तालाब पर दीपोत्सव के रूप में हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर, प्रो० राजाराम शुक्ल, पूर्व कुलपति, डॉ संपूर्णानंद संस्कृत विश्ववियालय ने किया। समस्त कार्यक्रमों का संयोजन और अतिथियों का स्वागत प्रभारी, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र वाराणसी डा सुभाष चन्द्र यादव ने किया। समारोह का संचालन डा सुजीत कुमार चौबे, सौरभ चक्रवर्ती और आयुषी ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में ग्रामप्रधान प्रतिनिधि लमही संतोष कुमार, अमित गुप्ता, सहायक निदेशक भारत पर्यटन, राजीव गौड़, शैज खान, डा हरेंद्र नारायण सिंह, कुमार आनंद पाल, पंचबहादुर, बलराम यादव, आशुतोष श्रीवास्तव, सुरेश दुबे, प्रदीप कुमार आदि ने पूर्ण सहयोग प्रदान किया .

इस अवसर आचार्य रामचंद्र शुक्ल की प्रपौत्री एवं प्रसिद्ध लेखिका डा मुक्ता, वरिष्ठ पत्रकार डा श्रद्धानंद, हिंदी साहित्य के विद्वान् डा रामसुधार सिंह, काशी पत्रकार संघ के महामंत्री डॉ. अत्रि भारद्वाज, गिरीश चंद्र द्विवेदी, उप जिलाधिकारी राजातालाब, पुष्पेंद्र पटेल, उपजिलाधिकारी पिंड्रा, हिमांशु भारद्वाज, संगीता श्रीवास्तव, विश्वनाथ दुबे, दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव एवं अन्यान्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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