Filariasis eradication campaign: फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर जागरुकता में तेजी

Filariasis eradication campaign: वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के दौरान खिलाई जायेगी दवा

रिपोर्ट: पवन सिंह

मऊ, 13 अक्टूबर: Filariasis eradication campaign: संचारी रोग नियंत्रण अभियान 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक चलाया जायेगा। इस राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत नवम्बर से दिसंबर माह में चलाये जाने वाले फाइलेरिया अभियान (एमडीए) की तैयारियां भी पूरी की जा रही हैं। इस अभियान के तहत फ़ाइलेरिया यानी हाथीपांव से ग्रसित व्यक्तियों की पहचान की जाएगी, 22 नवंबर से 07 दिसंबर 2021 के बीच इन चिन्हित लोगों के अलावा जनसमुदाय में फ़ाइलेरिया और अधिक न फैले इसके लिए सभी को दवा का सेवन कराया जायेगा।

Filariasis eradication campaign: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.श्याम नरायन दुबे ने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति के अंदर भी फाइलेरिया के विषाणु हो सकते हैं, इसीलिए  मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत लोगों को दवा खिलाकर इस बीमारी से सुरक्षित किया जाता है। यह दवा गठित की गयी टीम के द्वारा ही सभी के सामने खिलाई जाती है। फाइलेरिया से बचाव के इस कार्यक्रम का फायदा सभी आमजन को जरूर उठाना चाहिए, जिससे भविष्य में अपने तथा अपने परिवार को फाइलेरिया जैसी कष्टदायक बीमारी से सुरक्षित रखा जा सके।

Filariasis eradication campaign: अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व वेक्टरबार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ आरवी सिंह ने बताया कि अभियान में 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली, साथ ही एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जायेगी। 6 वर्ष से 14 वर्ष तक की किशोर आयु के लड़के, लडकियों को डीईसी की दो गोली, साथ ही एल्बेंडाज़ोल की एक गोली दी जायेगी। इसके अलावा 15 वर्ष से ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली, साथ ही एल्बेंडाज़ोल की एक गोली दी जायेगी। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अभियान की यह दवाएं निःशुल्क हैं।

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Filariasis eradication campaign: डॉ.आरवी.सिंह ने बताया कि यह गोली दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को, गर्भवती महिलाओँ को और गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को नहीँ खिलाई जानी है। दवा का उपयोग खाली पेट नहीं किया जाना है। 22 नवंबर से 07 दिसंबर2021 के बीच यह टीमें आयोजन की तिथि को घर-घर भ्रमण कर लक्षित जनसंख्या को अपने सामने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) योजना के तहत फाइलेरिया रोगियों की पहचान भी करेंगी। उन्हें स्वास्थ्य कार्यकर्ता दवा का सेवन कराएंगी।

जिला मिलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि इस रोग के फैलने का कारण भी मच्छर ही होता है इसलिये मच्छरदानी का प्रयोग करें, आस-पास साफ-सफाई रखें, अभियान में फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा जरुर खाएं। फाइलेरिया के लक्षण- बुखार, बदन में खुजली,  पुरुषों के जननांग में तथा उसके आसपास दर्द या सूजन, पैरों व हाथों में सूजन, हाथीपाँव और हाईड्रोसिल।

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