Tomato: टमाटर- चेहरे के काले दाग मिटाए
- वानस्पतिक नाम- Lycopersicon esculentum (लायकोपर्सिकन एस्कुलेंट्म)
- कुल- सोलेनेसी (Solanaceae)
- हिन्दी- टमाटर, भेदरी, भेदरा
- अंग्रेजी- टोमेटो (Tomato)
- संस्कृत- व्रंतकम
Tomato: टमाटर का उपयोग हर भारतीय किचन में सब्जी बनाने के लिए किया जाता है। इसे सलाद, चटनी, सूप और अन्य कई प्रमुख व्यंजनों में उपयोग में लाया जाता है। टमाटर में पाये जाने वाले विटामिन्स की खासियत यह है कि ये गर्म करने से नष्ट नहीं होते हैं और आदिवासियों की मानी जाए तो यह संतरा और अंगूर से ज्यादा लाभदायक होता है। टमाटर का वानस्पतिक नाम लायकोपर्सिकन एस्कुलेंट्म है।
पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार टमाटर (tomato) दाँतों और हड्डियों की कमजोरी दूर करता है। जिन लोगों को रक्त अल्पता की शिकायत है उन्हें एक गिलास टमाटर का रस पिलाया जाए तो रक्तहीनता दूर होकर खून की वृद्धि होती है। कम वजन वाले लोग यदि भोजन के साथ पक्के टमाटर खाएँ तो उनका वजन बढ़ने लगता है। डाँग-गुजरात के हर्बल जानकारों के अनुसार लाल टमाटर पर सेंधा नमक और अदरक डालकर खाने से एपेंडिक्स साइटिस में लाभ मिलता है।
अगर चेहरे पर काले दाग या धब्बे हों तो टमाटर (tomato) के रस में रुई भिगोकर लगाने से काले धब्बे खत्म हो जाते हैं। लाल टमाटर की चटनी में काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर रोजाना सुबह खाने से पेट के कीड़ों की समस्या खत्म हो जाती है। जिन लोगों के मुँह में बार-बार छाले होते हों उन्हें टमाटर अधिक सेवन करना चाहिए। यदि प्रतिदिन सुबह एक गिलास टमाटर के रस में थोड़ा शहद मिलाकर पिया जाए तो चेहरा निखर आता है, इसके सेवन से याददाश्त बढ़ती है और साथ ही यह लीवर (यकृत) तथा फेफड़ों को मजबूती प्रदान करता है। (साभार: आदिवासियों की औषधीय विरासत पुस्तक से )