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Immunity booster: आपके किचन में ही काफी हैं ये चीजें, नहीं होगी कोई बीमारी!

Immunity booster: नियमित चाय की जगह सुबह हल्दी वाली चाय पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है

हेल्थ डेस्क, 21 जनवरीः Immunity booster: सर्दियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से लोग सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि इसका परीक्षण करने का हथियार आपकी अपनी रसोई में ही है? विशेषज्ञों के अनुसार, वसा स्रोत के साथ लेने पर हमारा शरीर करक्यूमिन को बेहतर तरीके से अवशोषित करता है। इसका मतलब यह है कि अगर हम हल्दी के साथ वसायुक्त खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो हमारा शरीर करक्यूमिन को बेहतर तरीके से अवशोषित करेगा।

सर्दियों में रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से शरीर गर्म रहेगा। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। नारियल का तेल, काली मिर्च और हल्दी का एक साथ सेवन मल के लिए अच्छा होता है। नियमित चाय की जगह सुबह हल्दी वाली चाय पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इतना ही नहीं हल्दी की चाय सर्दी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाती है।

हल्दी में शहद और काली मिर्च भी मिला सकते हैं। इस मिश्रण का सेवन करने से हल्दी शरीर द्वारा बेहतर तरीके से अवशोषित होती है। काली मिर्च में पिपेरिन नामक यौगिक होता है। यह करक्यूमिन के शरीर के अवशोषण में सुधार करता है। भोजन में हल्दी का सेवन साइनस के लक्षणों को कम करता है। सिर्फ खाने-पीने में ही नहीं। इसे सूप, करी, स्मूदी में डाला जा सकता है या भुनी हुई सब्जियों पर छिड़कें।

हल्दी का पेस्ट बनाने के लिए हल्दी पाउडर को थोड़े से पानी के साथ मिलाया जा सकता है। इसे मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। हल्दी को आहार का हिस्सा बनाने और कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के कई तरीके हैं। हल्दी एक गर्म करने वाली जड़ी बूटी है। यह सर्दियों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटने में मदद करता है।

हल्दी के एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और खांसी और सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाते हैं। हल्दी में सक्रिय घटक करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में कार्य करता है। इसलिए हल्दी का सेवन तीव्र और पुरानी सूजन को कम कर सकता है। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद करता है। यह मस्तिष्क में नए न्यूरॉन्स के विकास को बढ़ाता है।

हल्दी में अवसाद को नियंत्रित करने का गुण होता है जो कुछ लोगों को सर्दियों के दौरान होता है। सर्दियों में सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) या मूड स्विंग होना आम बात है। ऐसी समस्याओं के लिए हल्दी ही एकमात्र उपाय है। हल्दी टाइप 2 मधुमेह को रोकने में भी मदद करती है।

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