Baapi lahiri

Bappi lahiri merged into panchtatva: पंचतत्‍व में विलीन हुए बप्‍पी लहरी, बेटी रीमा का रो-रोकर बुरा हाल

Bappi lahiri merged into panchtatva: मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर बप्पी लहिरी को उनके बेटे ने दी मुखाग्नि

मनोरंजन डेस्क, 17 फरवरीः Bappi lahiri merged into panchtatva: बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर बप्पी लहिरी को आज पंचतत्व (Bappi lahiri merged into panchtatva) में विलीन कर दिया गया। बेटे बप्पा लहिरी ने उन्हें मुखाग्नि (Bappi lahiri merged into panchtatva) दी। बप्पी लहिरी का अंतिम संस्कारजुहू स्थित पवन हंस श्मशान भूमि में किया गया। इससे पहले बप्पी दा की फूलों से सजे ट्रक में अंतिम यात्रा निकाली गई।

ट्रक पर बप्पी दा की एक बड़ी तस्वीर लगाई गई और उसी में उनके पार्थिव शरीर को रखकर अंतिम यात्रा निकाली गई। बप्पी लहिरी की अंतिम यात्रा उनके जुहू स्थित घर से करीब 10 बजे शुरू हुई और धीरे-धीरे पवन हंस श्मशान भूमि की ओर बढ़ी। परिवार के लोगों के अलावा अलका याग्निक, विद्या बालन, रुपाली गांगुली और सुनील पाल समेत कुछ और हस्तियां बप्पी दा की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं।

इनके अलावा भूषण कुमार, निख‍िल द्व‍िवेदी और बब्‍बर सुभाष समेत कई हस्तियां श्‍मशान भूमि में मौजूद रहीं। मीका सिंह भी बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान भूमि पहुंचे। पवन हंस श्मशान भूमि में बप्पी दा को अंतिम विदाई देने के लिए सुबह से ही सारी तैयारियां कर ली गई थीं।

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बप्पा ने पिता की अर्थी को दिया कंधा, फफक पड़ीं रीमा

बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर को जिस वक्त पवन हंस श्मशान भूमि ले जाया जा रहा था तो रीमा बिलख-बिलखकर रो रही थीं। वह बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर के साथ ट्रक में बैठीं और श्मशान भूमि तक रोती-चीखती गईं। श्मशान भूमि पहुंचने पर ‘डिस्को डांसर’ फिल्म के डायरेक्टर और बप्पी दा के करीबी दोस्त बब्बर सुभाष मौजूद थे। रीमा उन्हें देखते ही फफक-फफक कर रो पड़ीं। उन्होंने बब्बर सुभाष को पकड़ा और बेसुध हो गईं। उनकी भी आंखें छलक आईं और किसी तरह रीमा को संभालकर हौसला दिया।

इस दौरान जो मंजर था, वह दिल चीर देने वाला था। हर किसी की आंखों में आंसू थे। बेटे बप्पा भी सदमे में थे। बप्पा पिता को अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि पिता उनका साथ यूं छोड़ जाएंगे। बप्पा ने जब पापा बप्पी दा की अर्थी को कंधा दिया तो वह बिलख पड़े। उनके आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पिता ने कभी उन्हें उंगली पकड़कर चलना सिखाया था, आज वही पिता उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चला गया।

रो पड़ीं विद्या बालन

करीब 11 बजे बप्पी दा का पार्थिव शरीर श्मशान घाट पहुंचा। वहां पार्थिव शरीर को कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज हस्तियां श्मशान भूमि पहुंचीं और उन्होंने बप्पी दा के दर्शन कर अंतिम प्रणाम किया। विद्या बालन, बप्पी दा को याद कर भावुक हो गईं। जब नवभारत टाइम्‍स ने विद्या बालन से बात करने की कोशिश की तो उनका गला रूंध गया। वह बात नहीं कर पाईं। उनके रूंधे गले से आवाज नहीं निकली। कुछ देर बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और पूरी श्मशान भूमि मंत्रोच्चार से गूंज उठी।

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