Rishi sunak

Who is rishi sunak: ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के तौर पर ऋषि सुनक का नाम सबसे आगे, जानें कौन हैं यह भारतीय मूल निवासी

Who is rishi sunak: बोरिस जॉनसन सरकार में रह चुके है वित्तमंत्री, जानें उनके बारे में….

नई दिल्ली, 09 जुलाईः Who is rishi sunak: पार्टी में बगावत के बाद बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कंजरवेटिव पार्टी के 41 मंत्रियों ने दो दिन के भीतर इस्तीफा दे दिया था, जिससे उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया था। इस बीच देश में नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति पर चर्चाएं शुरू हो रही हैं। प्रधानमंत्री की रेस में भारतीय मूल के ऋषि सुनक का नाम भी सामने आया हैं। ऐसे में आइए जानें कौन हैं ऋषि सुनक….

नए प्रधानमंत्री की दौड़ में ऋषि सुनक पहली पसंद

Who is rishi sunak: बोरिस जॉनसन सरकार में भारतीय मूल के वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक को देश के अगले प्रधानमंत्री की रेस में आगे बताया जा रहा है। सुनक इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति के दामाद हैं। 42 साल के सुनक ने फरवरी 2020 में उस समय इतिहास रच दिया था, जब बोरिस जॉनसन सरकार में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया था।

क्या भविष्यवाणी होगी सच….??

इससे पहले इस साल जनवरी में ब्रिटेन के एक प्रमुख सट्टेबाज ने भी ये भविष्यवाणी की थी कि बोरिस जॉनसन जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं और उनकी जगह ऋषि सुनक नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। सुनक के अलावा प्रधानमंत्री बनने की इस रेस में पेनी मॉरडॉन्ट, बेन वॉलेस, साजिद वाजिद, लिज ट्रस और डोमिनिक राब के नाम भी सामने आए है।

क्या आपने यह पढ़ा…. RBI governor statement: इस महीने से मिल सकती है महंगाई में राहत, आरबीआई गर्वनर ने दिया भरोसा

ऋषि सुनक का जन्म-पढ़ाई और करियर

ऋषि के माता-पिता भारतीय मूल के थे। उनके पिता यशवीर का जन्म और लालन पोषण केन्या में हुआ था जबकि उनकी मां उषा का जन्म तंजानिया में हुआ था। भारतीय मूल के ऋषि का जन्म ब्रिटेन के साउथैम्पटन 12 मई 1980 को हुआ था। उन्होंने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की। इसके बाद उनका दाखिला ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ, जहां उन्होंने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की।

वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में फुलब्राइट स्कॉलर थे, जहां से उन्होंने एमबीए किया था। ऋषि सुनक ने ग्रैजुएशन के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया था और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए थे। ऋषि ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की थी। यह कंपनी ब्रिटेन के छोटे कारोबारों में निवेश में मददगार थी।

राजनीति में प्रवेश

यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद ऋषि सुनक 2015 में पहली बार संसद पहुंचे थे। उस समय ब्रेग्जिट का समर्थन करने के चलते पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ता चला गया। ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कैबिनेट में ऋषि ने जूनियर मिनिस्टर के तौर पर काम किया। उन्हें हमेशा से कंजरवेटिव पार्टी के एक उभरते सितारे के रूप में देखा गया।

पार्टी के कई बड़े नेता गाहे-बगाहे उनकी प्रशंसा भी करते रहे हैं। ऋषि सुनक फिटनेस को लेकर जुनूनी हैं। उन्हें क्रिकेट, फुटबॉल के अलावा फिल्में देखने का भी शौक हैं। उनके आकर्षक व्यक्तित्व को देखकर उन्हें डिशी ऋषि के निक नेम से भी बुलाया जाता है। बोरिस जॉनसन सरकार में ऋषि सुनक की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह ज्यादातर प्रेस ब्रीफिंग में सरकार के चेहरे के तौर पर नजर आते थे।

विवादों में भी रहे ऋषि सुनक

ब्रिटेन के जिस पार्टीगेट स्कैंडल की वजह से बोरिस जॉनसन की काफी किरकिरी हुई थी। उसकी आंच सुनक पर भी पड़ी। सुनक पर भी पार्टीगेट स्कैंडल मामले में जुर्माना लगाया गया था। उन्हें फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस जारी किया गया था। दरअसल कोविड-19 प्रोटोकॉल के दौरान मई 2020 में प्रधानमंत्री के डाउनिंग स्ट्रीट आवास पर एक शराब पार्टी का आयोजन किया गया था। इस पार्टी की तस्वीरें और कुछ ईमेल लीक होने के बाद मामला गरमा गया था। इस मामले को लेकर बोरिस जॉनसन सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांग चुके हैं।

भारत को लेकर क्या सोचते हैं ऋषि सुनक

ऋषि सुनक ने हाल ही में कहा था कि भारत में बहुत अवसर हैं और भारत भविष्य को उम्मीद भरों नजरों से देख रहा है। उन्होंने भारत की वकालत करते हुए कहा था कि ब्रिटेन को भारत को कमतर आंकने से बचना होगा। कई मौकों पर भारत की पैरवी कर चुके सुनक ने कहा था, हमें (ब्रिटेन) भारत की नजरों में वह स्थान अर्जित करना पड़ेगा इसलिए हमें भारत के साथ हमारे संबंधों पर दोबारा काम करना होगा।

Hindi banner 02