Ram mandir foundation complete: आज श्रीराम मंदिर की नींव का काम हुआ पूरा, अयोध्या से Exclusive रिपोर्ट
Ram mandir foundation complete: अयोध्या में राम मंदिर 2023 के अंत से शुरू होंगा आम लोगों के लिए दर्शन
राम मंदिर पर Exclusive रिपोर्ट
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
लखनऊ, 16 सितंबरः Ram mandir foundation complete: अयोध्या में रामलला के मंदिर निर्माण की जानकारी आम जनमानस और भक्तों को पहुंचाने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा मंदिर निर्माण की जानकारी सार्वजनिक की गई हैं आज पहली बार राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के मंदिर निर्माण की जानकारी के लिए मीडिया को राम जन्मभूमि परिसर में कवरेज करने का मौका दिया।
Ram mandir foundation complete: राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के मंदिर निर्माण के लिए 48 लेयर डाली जा चुकी है उसके बाद प्लिंथ का निर्माण किया जाएगा 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद 5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के बाद भगवान राम लला अस्थाई मंदिर में विराजमान है तो वही मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ चल रहा हैं आज हम आपको वह तस्वीर दिखाएंगे जहां भगवान रामलला विराजमान थे।
यहीं पर राम का मंदिर का निर्माण चल रहा मंदिर निर्माण कार्य में न्यू की भराई का कार्य पूरा कर लिया गया हैं। न्यू की भराई के कार्य में 48 लेयर का काम किया गया हैं। अब मिर्जापुर के रेडस्टोन लगाए जाएंगे 500 वर्षों का जो सपना था राम भक्तों का सपना पूरा होता दिख रहा है क्योंकि मंदिर निर्माण कार्य तेज गति के साथ चल रहा हैं।
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मंदिर निर्माण कार्य 24 घंटे किया जा रहा हैं। 12.00 12 घंटे की दो शिफ्ट लगाई गई है जिससे कि 2023 में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से लगातार मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ कर रहा हैं। 12 मीटर मोटी एक चट्टान जमीन कि नीचे ढाली गई है इस चट्टान को ढालने मैं 6 महीने का समय लगा हुआ है। इसके बाद दृश्य बदल जाएगा इसलिए पहला फेस दिखाने का प्रयास किया हैं।
वर्षा अगर नहीं होती तो शायद ज्यादा अच्छा होता ढलाई के ऊपर डेढ़ मीटर मोटी एक दूसरी चट्टान आएगी जो पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत होगी डेढ़ मीटर मोटी वह दूसरी चट्टान उसके लिए टेक्निकल शब्द है राफ्ट उस राफ्ट के बाद पत्थरों का फिटिंग शुरू होगा और मंदिर का प्लिंथ तैयार होगा वह प्लिंथ ग्रेनाइट और मिर्जापुर के पत्थर से बनेगा लगभग 30,000 पत्थर एक के ऊपर एक रखकर प्लिंथ को 16 फीट की ऊंचाई दी जाएगी।
दिक्कतें प्राकृतिक साथ हैं यह कार तेज गति के साथ चलने के कारण सितंबर तक पूरा हो गया है रास्ते में एक जाली लगाई गई हैं। उस जाली से पूरी तरह से साफ दिखता है कि मंदिर का निर्माण कार्य किस तरह से चल रहा है। डेढ़ मीटर की एक मोटी चट्टान बनाई जाएगी और उसके बाद पत्थरों से प्लिंथ की ऊंचाई 16 घन फिट का 30,000 पत्थर लगेंगे वह पूरी प्लिंथ ऊंची हो जाएगी उसके बाद पत्थरों का निर्माण होगा।