Rail Post Gati Shakti Express Parcel Service: सूरत और वाराणसी के बीच पहली रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस पार्सल सेवा की शुरुआत
Rail Post Gati Shakti Express Parcel Service: भारतीय रेलवे पर अपनी तरह की नई पहल तथा सूरत एवं वाराणसी के बीच ट्रेन नंबर 19045/46 ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हुई लागू
Rail Post Gati Shakti Express Parcel Service: प्रधानमंत्री गति शक्ति कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए पश्चिम रेलवे ने भारतीय डाक के समन्वय से पार्सल ग्राहकों को सेवा प्रदान करने के लिए रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस सेवा की नई पहल की शुरुआत की है। इस पहल को डाक विभाग के “फर्स्ट माइल” और “लास्ट माइल” कनेक्टिविटी का फायदा और रेलवे की “मिडिल माइल” शक्ति का लाभ लेते हुए एंड टू एंड लॉजिस्टिक समाधान प्रदान करने के लिए हालिया बजट घोषणा के अनुसार लागू किया गया है। पश्चिम रेलवे एवं मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री अनिल कुमार लाहोटी ने नव विकसित सूरत पार्सल कार्यालय में सुविधाओं का निरीक्षण किया और लदान कार्यों की समीक्षा की.
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार (Rail Post Gati Shakti Express Parcel Service) रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस सेवा की प्रक्रिया के अनुसार रेलवे एक रेल हेड से दूसरे रेल हेड अर्थात स्टेशन तक माल का परिवहन करेगा और डाक विभाग ग्राहक के कारखाने/डिपो से प्रारंभिक और गंतव्य दोनों स्थानों पर कंसाइनमेंट के संग्रह और वितरण के लिए एग्रीगेटर की भूमिका निभाएगा।
इस सहयोगात्मक मॉडल को पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल द्वारा डाक विभाग, वडोदरा सर्कल के समन्वय से लागू किया गया है ताकि टेक्सटाइल यातायात को आकर्षित किया जा सके जिसे वर्तमान में सड़क मार्ग से ले जाया जा रहा है। रेल-पोस्ट लॉजिस्टिक सेवा प्रारंभ में सूरत और उधना क्षेत्र के ग्राहकों के लाभ के लिए उपलब्ध होगी। यह योजना पार्सल ग्राहकों को उन्नत सुरक्षा और ट्रैकिंग सुविधा के साथ डोर टू डोर अनुभव प्रदान करने में मदद करेगी।
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ठाकुर ने बताया कि सूरत स्टेशन पर पार्सल शेड को बॉल ट्रांसफर यूनिट डेक (कैस्टर बेड), जैसी उन्नत सुविधाओं के साथ फिर से तैयार किया गया है और तदनुसार इसमें कन्वेयर बेल्ट सिस्टम एयरपोर्ट कार्गो टर्मिनलों पर उपलब्ध है। साथ ही, पार्सल वैन के साथ बॉल ट्रांसफर यूनिट डेक लगाए गए हैं ताकि कंसाइनमेंट बक्सों की आवाजाही आसान हो सके। ये डाक विभाग के पार्सल वैन से ट्रेन के पार्सल वैन तक कंसाइनमेंट के आसान और तीव्र परिवहन में सहायता करेंगे। कंसाइनमेंट को पैलेट और ट्रैकिंग तकनीक से सुसज्जित विभिन्न आकारों के विशेष रूप से अनुकूलित कार्गो बॉक्स में लोड किया जाएगा।
ऐसे बक्सों को लदान और उतराई में ट्रांजिट समय को कम करने के लिए दोनों छोरों पर उपलब्ध कराया जाएगा। (Rail Post Gati Shakti Express Parcel Service) डाक विभाग ग्राहकों से पार्सल एकत्र करेगा, उन्हें लॉक करेगा और सील करेगा और उन्हें ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में संलग्न पार्सल वैन में लोड करने के लिए रेलवे स्टेशन पर लाएगा। क्रिस की पार्सल प्रबंधन प्रणाली को सिंगल पी-वे बिल बनाने के लिए तैयार किया गया है, जिसमें फर्स्ट माइल, मिडिल माइल और लास्ट माइल लेग शामिल हैं। डाक विभाग ने कार्गो के मूल्य का 0.03% बीमा कवर का भी प्रावधान किया है।
यह योजना भारतीय रेलवे पर अपनी तरह की पहली योजना है और सूरत स्टेशन से प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या 19045 ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू की गई है। कंसाइनमेंट से लदी पहली पार्सल वैन 31 मार्च, 2022 को सूरत से वाराणसी के लिए रवाना हुई। वीपीयू में सूत/वस्त्र के साथ कुल 10.5 टन लोड किया गया। 10.5 टन में से 8.8 टन रेल पोस्ट कार्गो था और 1.7 टन रेल मिडिल माइल कार्गो था।