PM Modi 1 1

PM modi release 8 cheetahs in kuno national park: नामीबिया से आए 8 चीतों को प्रधानमंत्री ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा, कहा- आज…

  • मैं हमारे मित्र देश नामीबिया और वहां की सरकार का भी धन्यवाद करता हूं

PM modi release 8 cheetahs in kuno national park: आज आजादी के अमृतकाल में अब देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया: पीएम मोदी

नई दिल्ली, 17 सितंबरः PM modi release 8 cheetahs in kuno national park: भारत में 74 साल बाद एक बार फिर चीतों की दहाड़ सुनाई देने वाली हैं। क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाया गया हैं। इन चीतों को आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया। चीते छोड़े जाने के बाद प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित किया।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दशकों पहले, जैव-विविधता की सदियों पुरानी जो कड़ी टूट गई थी, विलुप्त हो गई थी। आज हमें उसे फिर से जोड़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि आज भारत की धरती पर चीता लौट आए हैं और मैं ये भी कहूंगा कि इन चीतों के साथ ही भारत की प्रकृतिप्रेमी चेतना भी पूरी शक्ति से जागृत हो उठी है।

PM Modi 4

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हमारे मित्र देश नामीबिया और वहां की सरकार का भी धन्यवाद करता हूं, जिनके सहयोग से दशकों बाद चीते भारत की धरती पर वापस लौटे हैं। ये दुर्भाग्य रहा कि हमने 1952 में चीतों को देश से विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि आज आजादी के अमृतकाल में अब देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है। ये बात सही है कि, जब प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण होता है तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित होता है। विकास और समृद्धि के रास्ते भी खुलते हैं। कूनो नेशनल पार्क में जब चीता फिर से दौड़ेंगे तो यहां का ग्रासलैंड इकोसिस्टम फिर से restore होगा biodiversity और बढ़ेगी।

‘देशवासियों को कुछ महीने का धैर्य दिखाना होगा’

पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइंस पर चलते हुए भारत इन चीतों को बसाने की पूरी कोशिश कर रहा है। हमें अपने प्रयासों को विफल नहीं होने देना है। कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों को देखने के लिए देशवासियों को कुछ महीने का धैर्य दिखाना होगा। आज ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। इस क्षेत्र से अनजान हैं। कूनो नेशनल पार्क को ये चीते अपना घर बना पाएं, इसके लिए हमें इन चीतों को भी कुछ महीने का समय देना होगा।

टाइगर की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य हासिल किया-पीएम

उन्होंने कहा कि Tigers की संख्या को दोगुना करने का जो लक्ष्य तय किया गया था उसे समय से पहले हासिल किया है। असम में एक समय एक सींग वाले गैंडों का अस्तित्व खतरे में पड़ने लगा था, किंतु आज उनकी भी संख्या में वृद्धि हुई है। हाथियों की संख्या भी पिछले वर्षों में बढ़कर 30 हजार से ज्यादा हो गई है।

हमारे यहां एशियाई शेरों की संख्या में भी बड़ा इजाफा हुआ है। इसी तरह, आज गुजरात देश में एशियाई शेरों का बड़ा क्षेत्र बनकर उभरा है। इसके पीछे दशकों की मेहनत, research-based policies और जन-भागीदारी की बड़ी भूमिका है।

क्या आपने यह पढ़ा… 16 Year old girl committed suicide: पसंदीदा खाना न मिलने पर 16 वर्षीय लड़की ने की आत्महत्या, जानें पूरा मामला…

Hindi banner 02