Assi River Revival: पौराणिक नदी अस्सी के पुनरुद्धार की कवायद हुई तेज
Assi River Revival: वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा अस्सी नदी को जीवित करने हेतु, आई आई टी बी एच यू को सौंपी गयी ड्राइंग एवं डी पी आर के प्रगति की हुई समीक्षा बैठक
- समीक्षा बैठक मे विशेषज्ञों ने अस्सी नदी से सटे अतिक्रमण, निर्मित मकानों एवं अन्य जमीनों के स्वामित्व एवं जल निकासी से संबंधित डाटा उपलब्ध कराये जाने का किया आग्रह
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 03 दिसंबर: Assi River Revival: प्राधनमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की बिलुप्त हो रही पौराणिक नदी अस्सी के दिन अब बहुरने वाले हैं. अस्सी नदी के पुनरुद्धार हेतु वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कवायद तेज कर दी है. वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा वाराणसी की पौराणिक अस्सी नदी के पुनरुद्धार हेतु हेतु , आई आई टी बी एच यू के विशेषज्ञों के साथ कार्य के प्रगति की समीक्षा हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई.
बैठक मे ड्राइंग, डिजाइन एवं डी०पी०आर० तैयार किये जाने के सम्बन्ध में गंभीर विमर्श हुई। कार्य प्रगति के सम्बंध में आईआईटी बीएचयू के तकनीकी सदस्यों के साथ समीक्षा की गई। बैठक मे कहा गया कि आईआईटी बीएचयू द्वारा बनाया गया प्राइमरी इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही वाराणसी विकास प्राधिकरण को भेज दिया जायेगा.
विशेषज्ञों ने बताया कि परियोजना का विस्तृत प्लान तैयार करने में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए नगर निगम, जल निगम व तहसील से डाटा जैसे अस्सी नदी के किनारे जमीनों के स्वामित्व, जलनिकास से संबंधित महत्वपूर्ण डाटा की आवश्यकता है.
इस समस्या के समाधान हेतु संबंधित विभागों से पत्राचार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 शिशिर गौर, प्रोफेसर डॉ0 अनुराग ओहरी, प्रोफेसर डॉ0 मेधा झा व वाराणसी विकास प्राधिकरण के विभागीय अधिशासी अभियन्ता अरविन्द शर्मा एवं सहायक अभियन्ता शिवाजी मिश्रा व अन्य लोग मौजूद रहे।
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