Watan meghvarna si: भारत ! कोई मुझसे पूछा, आखिर क्या है यह ?: वरुण सिंह गौतम

!! वतन मेघवर्ण – सी…..!! (Watan meghvarna si) Watan meghvarna si भारत ! कोई मुझसे पूछा , आखिर क्या है यह ?मैं असमंजस में ठहरा , त्वरित गया इति के … Read More

Thoughts of writer: यह तड़प नहीं, विडंबना है, जो हर कोई ढोंग कर ही लेता है इस तमाशा में…

चक्रव्यूह रक्तोच्चार अँधेरे की लपटों छाया में घिराउजालों का आतम था न बिखराकिस – किस रन्ध्रों में ढूढ़ते थे कभी ?क्या , कभी , किसी को न मिला कभी ?बढ़ … Read More