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पश्चिम रेलवे की 456 पार्सल विशेष ट्रेनों द्वारा 3900 टन से अधिक दवाइयों और चिकित्सा सामग्री का परिवहन

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फोटो कैप्शन: पहली और दूसरी तस्वीरों में अहमदाबाद स्टेशन पर पार्सल विशेष ट्रेन में लोड किये जा रहे बक्सों में पैक वैक्सीन और सर्जिकल सामग्री। तीसरे चित्र में राजकोट स्टेशन पर पोरबंदर- शालीमार पार्सल विशेष ट्रेन में परिवहन के लिए लोडेड सैनिटाइजर सहित विभिन्न चिकित्सा सामग्री ।

अहमदाबाद,11 अगस्त: पश्चिम रेलवे ने अपनी पार्सल विशेष गाड़ियों के साथ-साथ मालगाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के कारण वर्तमान परिदृश्य के मद्देनज़र अविलम्ब चिकित्सा की ज़रूरतों वाले लोगों की मदद करने के लिए भी पश्चिम रेलवे तारणहार साबित हो रही है, क्योंकि COVID-19 के मद्देनज़र, जब परिवहन के अन्य साधन प्रतिबंधित हैं, तो चिकित्सीय आवश्यकताओं को पूरा करना बेहद मुश्किल था। ऐसे में पश्चिम रेलवे द्वारा 23 मार्च, 2020 से 9 अगस्त, 2020 तक 3900 टन से अधिक दवाओं और  मेडिकल एवं सर्जिकल सामग्री का परिवहन किया गया है, क्योंकि पश्चिम रेलवे राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों और अपने ग्राहकों की ज़रूरतों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पश्चिम रेलवे  ने संकट के समय में विशेष रूप से अपनी पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति लगातार जारी रखते हुए उच्चतम मानवीय मूल्यों का परिचय दिया है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे द्वारा 23 मार्च, 2020 से 9 अगस्त, 2020 तक लगभग 3932 टन दवाइयाॅं और मेडिकल सामान देश के विभिन्न भागों में पहुँचाया गया है, जिसके फलस्वरूप  1.75 करोड़ रु. का राजस्व हासिल हुआ है।   इसमें दवाओं के अलावा मेडिकल और सर्जिकल सामान जैसे मास्क, सैनिटाइज़र, पीपीई किट, दस्ताने आदि का परिवहन भी किया गया। उन्होंने बताया कि 23 मार्च से 9 अगस्त, 2020 तक कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों के बावजूद, 456 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से पश्चिम रेलवे द्वारा 95 हजार टन से अधिक वज़न वाली वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयाॅं, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न राजस्व लगभग 30.51 करोड़ रुपये रहा है। इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा 71 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 54 हजार टन का भार था।  

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वैगनों के 100% उपयोग से लगभग 9.28 करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न हुआ। इसी तरह 365 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियॉं लगभग 32,700 टन भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 16.56 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 8773 टन भार वाले 20 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 4.67 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। 22 मार्च से 9 अगस्त, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 11,625 रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 23.86 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया। 22,680 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 11,317 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 11,363 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। 10 अगस्त, 2020 को पश्चिम रेलवे के पोरबंदर स्टेशन से शालीमार के लिए एक पार्सल विशेष ट्रेन रवाना हुई।

प्रदीप शर्मा,  जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद