संविधान की प्रस्तावना को हमें अपनी आत्मा में बसा लेना चाहिए : पीडीजे
न्यायाधीश को दी गई विदाई
रिपोर्ट: शैलेश रावल, धनबाद
धनबाद, 27 नवम्बर: संविधान दिवस के मौके पर धनबाद के तमाम न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता व कर्मचारियों ने संविधान के प्रस्तावना को पढ़ा और उसे आत्मसात करने की शपथ ली। इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी ने कहा कि संविधान का प्रस्तावना ही हमारे संविधान की आत्मा है। इसे हम अपने दिलों में आत्मसात कर लें ताकि हमसे कोई अन्यायपूर्ण कार्य ना हो सके। मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडे, अविनाश कुमार दुबे, सैयद सलीम फातमी, राजकुमार मिश्रा, राजेश कुमार सिंह, राजीव कुमार सिन्हा, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्य प्रकाश, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अर्जुन साव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शशि भूषण शर्मा, अवर न्यायाधीश अरविंद कच्छप, रजिस्ट्रार अर्पित श्रीवास्तव समेत तमाम न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता व कर्मचारी उपस्थित थे।
न्यायाधीश को दी गई विदाई
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे को धनबाद बार एसोसिएशन ने आज आधिकारिक रूप से विदाई दी। आलोक कुमार दुबे की पदोन्नति प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय बोकारो के रूप में हुई है। इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने कहा कि आलोक कुमार दुबे ने धनबाद में स्पीडी ट्रायल का नया कीर्तिमान बनाया है। लॉकडाउन के समय में भी उन्होंने एक महीने में 65 सिविल अपील का निष्पादन कर इतिहास रच दिया है। महासचिव देवी शरण सिन्हा ने उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।