स्कूल बंद हैं लेकिन पढ़ाई जारी रहेगी: मनीष सिसोदिया


मानवीय संवेदना के साथ शिक्षा: दिल्ली सरकार के शिक्षा दृष्टिकोण का नया मंत्र – उपमुख्यमंत्री 
हर बच्चे तक पहुंचने और उन्हें सीखने में सहायता के लिए शिक्षकों के प्रयासों में डिजिटल तकनीक पूरक – मनीष सिसोदिया
हम इस सिद्धांत का पालन कर रहे हैं कि सीखने के अवसरों तक बच्चों की पहुंच के रास्ते में डिजिटल डिवाइड की बाधा नहीं आए – मनीष सिसोदिया
“हमारा दृष्टिकोण स्टूंडेंट्स तक पहुंचना और शिक्षकों को छात्रों से जोड़ना है। हमारे शिक्षक व्हाट्सएप या नियमित फोन कॉल के माध्यम से अपने छात्रों तक पहुंचेंगे। उन्हें हल्के असाइनमेंट दें और नियमित फीडबैक लें। इस प्रक्रिया में वे बच्चों की बेहतरी का भी पता लगाएंगे”- मनीष सिसोदिया 
केजी से कक्षा 10 तक के छात्रों को व्हाट्सएप द्वारा शिक्षक दैनिक कार्य भेजेंगे। जिनके पास व्हाट्सएप या स्मार्ट फोन नहीं, उनसे फोन पर जुड़ेंगे।
“कक्षा 11 और 12 के छात्र 12 विषयों में दिल्ली सरकार के शिक्षकों की ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ेंगे। कोई शंका दूर करने के लिए फोन कॉल या व्हाट्सएप की सुविधा होगी।”
हर बच्चे और माता-पिता तक पहुंचने में स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) शिक्षकों की मदद करेगी।
स्कूल बंद होने के आलोक में दिल्ली सरकार ने समग्र दूरस्थ शिक्षण योजना शुरू की
छात्रों का शैक्षणिक नुकसान कम करने के लिए सोमवार से शिक्षा निदेशालय नई शिक्षण रणनीति लागू करेगा

Manish Sisodia


नई दिल्ली: 02 जुलाई 2020
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार से दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों के लिए दूरस्थ शिक्षा शुरू करने की घोषणा की। कोरोना वायरस के कारण 31 जुलाई तक स्कूल बंद होने के आलोक में शिक्षा निदेशालय ने पूरी योजना बनाई है। दिल्ली के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के केजी से कक्षा 12 तक के छात्रों का शैक्षणिक नुकसान कम करने के लिए एक वैकल्पिक शिक्षा योजना तैयार की गई है।
इसके लिए माता-पिता और स्कूल प्रबंधन समितियों के सहयोग तथा डिजिटल उपकरणों के संयोजन के माध्यम से रणनीति बनाई गई है।
छात्रों की शिक्षा के लिए तीन अलग-अलग रणनीतियों का पालन करने के लिए केजी से 12वीं तक कक्षाओं को तीन समूहों में बांटा गया है।
कक्षाओं को तीन समूहों में विभाजित किया है। विभिन्न स्तरों पर बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर हम इनमें से प्रत्येक समूह के लिए अलग-अलग रणनीति पर काम करेंगे। पहले समूह में केजी से आठवीं तक, दूसरे समूह में नौवीं और दसवीं कक्षा को रखा गया है। तीसरे समूह में ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा होगी.
प्रथम समूह (केजी से कक्षा आठवीं) के लिए दैनिक पाठ्यक्रम सामग्री और प्रश्नों के साथ वर्कबुक इत्यादि भेजे जाएंगे। यह बच्चों में पढ़ने, लिखने, समझने को बढ़ावा देंगे। शिक्षकों द्वारा बच्चों को अंक संबंधी अभ्यास और हैप्पीनेस सामग्री भेजी जाएगी। इसी तरह दूसरे समूह (कक्षा नवीं और दसवीं) के लिए छात्रों को मूल विषय की बुनियादी समझ मजबूत करने के लिए विषय संबंधी सामग्री के साथ दैनिक कार्य, वर्कबुक भेजे जाएंगे। तीसरे समूह (11 वीं और 12 वीं) के स्टूडेंट्स के लिए 12 विषयों में 2 घंटे तक की दैनिक ऑनलाइन कक्षाएं होंगी। इनमें अधिकांश बुनियादी विषयों को शामिल किया जाएगा तथा अधिकतम स्टूडेंट्स को शामिल करने का प्रयास होगा।
सभी स्कूलों के हेड को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी कक्षा शिक्षक अपने स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता के अपडेटेड व्हाट्सएप समूह से जुड़े हों। शिक्षक उन माता-पिता ने नंबर की सूची भी बनाएंगे जो व्हाट्सएप पर उपलब्ध नहीं हैं।
केजी से कक्षा 10 तक के छात्र जो पहले और दूसरे समूह में हैं, उन्हें व्हाट्सएप पर कक्षा शिक्षकों के माध्यम से विशेष रूप से तैयार किए गए वर्कशिट भेजने के लिए चरण दर चरण प्रक्रिया का निर्धारण किया गया है। जो माता-पिता व्हाट्सएप समूह में नहीं हैं, उनसे कक्षा शिक्षकों द्वारा फोन पर संपर्क किया जाएगा और पूरे सप्ताह के लिए वर्कशीट लेने के लिए स्कूल में आमंत्रित किया जाएगा। फिजिकल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए स्कूल में केवल माता-पिता को आमंत्रित किया जाएगा। पूर्ण असाइनमेंट को बच्चों या उनके माता-पिता द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षक को वापस भेज दिया जाएगा। जिन बच्चों ने वर्कशिट पद बनाया हो, वे अगले सप्ताह संबंधित शिक्षक को पूरा असाइनमेंट जमा करके नई वर्कशीट लेंगे।
बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए 12 विषयों की ऑनलाइन कक्षाएं अगले सप्ताह से शुरू होंगी जिनमें अधिकतम स्टूडेंट्स को शामिल करने का प्रयास है। प्रत्येक कक्षा लगभग 45 मिनट की होंगी। प्रतिदिन अधिकतम दो कक्षाएं होंगी। स्कूल में संबंधित विषय शिक्षक अपने छात्रों के साथ फ़ोन या व्हाट्सएप से अपनी शंकाओं का समाधान करेंगे। कक्षा 11 के छात्रों की कक्षाएं कक्षा 10 के बोर्ड परीक्षा परिणामों बाद शुरू होंगी।
इन नियमित शिक्षण गतिविधियों के अलावा अतिरिक्त वैकल्पिक ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियाँ भी समय-समय शुरू की जाएंगी ताकि स्टूडेंट्स को घर से शिक्षा पाने का और अवसर भी मिल सके।
शिक्षा निदेशालय, दूरस्थ शिक्षण दृष्टिकोण के कवरेज और प्रभावशीलता की नियमित आधार पर मॉनिटरिंग करेगा।