Organ donation: सिविल अस्पताल में एक साल में हुए 25 अंगदान, 72 लोगों को मिला नया जीवन
Organ donation: लीवर, किडनी, स्वादुपिंड, हृदय, हाथ, फेफड़े और आंखे समेत 86 अंग दान में मिले
अहमदाबाद, 22 दिसंबरः Organ donation: अहमदाबाद शहर में स्थित सिविल अस्पताल को दान में मिले अंगों से 72 लोगों की जिन्दगी बचाने और सुधारने में सफलता मिली है। पिछले एक वर्ष के दौरान सिविल अस्पताल में 25 अंगदान हुए है। इससे अस्पताल को शरीर के विविध 86 अंग प्राप्त हुए है।
भारतीय संस्कृति में दान का विशेष महत्व रहा है। धार्मिक पुस्तकों में भी तन, मन और धन से दान की महिमा बताई गई। इतिहास के पन्नों में देखे तो दादा मेकरन, चीनूभाई बेरोनेट या फिर विनोबा भावे की ओर से दिए गए दान और दान के आंदोलन ने उन्हें अमर बना दिया है। लेकिन जब अंगदान की बात की जाए तो यह कुछ खास बन जाता है। किसी की शारीरिक पीड़ा या कमी को व्यक्ति मौत के बाद भी कम कर सकता है।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के सुप्रिडेन्डेड डॉक्टर राकेश जोशी ने बताया कि वर्षों से शरीर में रही अंग की क्षति से पीड़ित व्यक्ति की जिन्दगी को अंगों के दान के माध्यम से बेहतर बनाना जैसा पुण्य का काम कोई नहीं हो सकता है। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल के स्टेट ओर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट ओर्गेनाइजेशन (एसओटीटीओ) की टीम ने रिट्राइवल सेन्टर की मंजूरी मिलने के एक वर्ष में अंगदान की जनजागृति के साथ इसे उच्च स्तर पर ले जाकर कर्तव्यनिष्ठा और सेवा का उत्तम उदाहरण पेश किया है।
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उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में 25 अंगदान से उन्हें 86 अंग मिले है। जिममें 23 लीवर, 41 किडनी, 5 स्वादुपिंड, 5 हृदय, 2 हाथ और 5 जोड़ी फेफड़े तथा 40 आंखे शामिल है। इन अंगों के माध्यम से 72 लोगों को नई जिन्दगी मिली है।
25वें अंगदान के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जामनगर के 44 वर्षीय हितेशभाई चावडा पिछले तीन से सिर में अतिशय दर्द से पीड़ित थे। 6 दिसम्बर वे घर में अचानक गिर पड़े। उपचार के लिए उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। स्थिति गंभीर होने के कारण फिर उन्हे अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाया गया। जहां 20 दिसम्बर को उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया गया। उनके परिजनों को अंगदान के लिए प्रेरित किया गया और वे इसके लिए तैयार हो गए।