Yuvraj singh

Gujarat energy recruitment scam: पेपर लीक कांड को बाहर लाने वाले विद्यार्थी नेता युवराज सिंह ने किया बड़ा खुलासा, कहा- एक गांव के 18 लोगों को दी नौकरी

Gujarat energy recruitment scam: युवराज सिंह के आरोप के बाद गुजरात सरकार ने दिए जांच के आदेश

अहमदाबाद, 04 जनवरीः Gujarat energy recruitment scam: माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड के पेपर लीक कांड को सामने लाने वाले छात्र नेता युवराज सिंह ने एक बड़ा खुलासा करते हुए ऊर्जा विभाग में हुई भर्ती में घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने घोटाले में एक ही गांव के कई लोगों को नौकरी मिलने का मामला उठाया है। इतना ही नहीं उन्होंने घोटाले में शामिल लोगों और इससे लाभ प्राप्त करने वाले लोगों के नाम भी बताए है।

भर्ती घोटाले में बिचौलिया के तौर पर अवधेव पटेल का नाम सामने आया है। भर्ती घोटाले का मामला सामने आने पर गुजरात में एक बार फिर सनसनी मच गई है। वहीं राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए है। एक पत्रकार परिषद में विद्यार्थी नेता युवराज सिंह ने ऊर्जा विभाग की कंपनियां पीजीवीसीएल, डीजीवीसीएल और यूजीवीसीएल के लिए हुई भर्ती में घोटाला होने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस घोटाले का केन्द्र साबरकांठा, अरवल्ली और मेहसाणा बताया है।

उन्होंने बताया कि यूजीवीसीएल जूनियर अस्टिटेंट पद के लिए हुई भर्ती में पास उम्मीदवारों को एक ही सिकवेंस और नंबर वाले लोगों को एक समान अंक मिले है। उन्होंने इस घोटाले में धनसुरा के शिक्षक और बायड के अवधेश पटेल की मुख्य भूमिका होने की बात भी कही है। उन्होंने घोटाले में बायड में ट्यूशन क्लास संचालक अजय पटेल के भी शामिल होने की बात की है।

क्या आपने यह पढ़ा….. Delhi weekend curfew: बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए दिल्ली में लगा वीकेंड कर्फ्यू

उन्होंने इस घोटाले से जिन्हें लाभ मिला है उनके नाम भी बताए है। इसमें धवल पटेल, कृशांग पटेल, हितेश पटेल, रजनीश पटेल, प्रियंक पटेल, आंचल पटेल, प्रदीप पटेल, बाबू पटेल, जीगीशा पटेल, ध्रुव पटेल शामिल है। युवराज सिंह ने बताया कि एक ही गांव के 18 युवा को सरकारी नौकरी मिली है। जेटको की भर्ती में मितुल पटेल को लाभ मिला है। उन्होंने प्रति प्रश्नपत्र 21 लाख वसूले गए होने की बात की है। इसमें एक लाख एडवांस लेने की बात भी की है। सिलेक्शन में नाम नहीं आने तक पूरी रकम नहीं ली जाने की बात की है। युवराज सिंह ने समग्र मामले को लेकर एसआईटी की रचना कर निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है।

Whatsapp Join Banner Eng