कठिनतम चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे की 8,168 मालगाड़ियों द्वारा 16.87 मिलियन टन माल का परिवहन

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फोटो कैप्शन: पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मालगाड़ियों से माल की अनलोडिंग गतिविधियों के तीन दृश्य।

22 मार्च, 2020 से पूर्ण रूप से घोषित लॉकडाउन और वर्तमान में जारी आंशिक लॉकडाउन कीकठिनतम चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे ने 3 जुलाई, 2020 तक मालगाड़ियों के 8168 रेक लोड करके सराहनीय काम किया है, जिनमें पीओएल के 893, उर्वरक के 1259, नमक के 458, खाद्यान्नों के 87,सीमेंट के 548, कोयले के 318, कंटेनरों के 4064 और जनरल गुड्स के 39 रेकों सहित विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के रेक मुख्य रूप से शामिल हैं। कुल 16.87 मिलियन टन भार वाली इन मालवाहक ट्रेनों को नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के 378 रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध सहित विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में भेजे गये। कुल 15,328 मालगाड़ियों को अन्य रेलों के साथ जोड़ा गया, जिनमें 8040 रेलगाड़ियाँ सौंपी गईं और 8014 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंट्स पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान, जम्बो के 1075 रेक, BOXN के 581 रेक और BTPN के 470 रेकों जैसे महत्वपूर्ण आवक रेक पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर श्रमिकों की कमी के बावजूद अनलोड़ किये गये।
पश्चिम रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 23 मार्च से 3 जुलाई, 2020 तक, पश्चिम
रेलवे द्वारा अपनी 377 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 69,600 टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, दवाइयाॅं, मछली, दूध आदि शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 22.22 करोड़ रु रही है। इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 52 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें 39 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 6.72 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह, 317 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियाॅं लगभग 27 हजार टन भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके लिए अर्जित राजस्व 13.75 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 3534 टन भार वाले 8 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 1.76 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।
पश्चिम रेलवे पर देश के विभिन्न हिस्सों में समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों के परिचालन कासिलसिला लगातार जारी है, जिनमें से 4 जुलाई, 2020 को एक पार्सल स्पेशल ट्रेन बांद्रा टर्मिनस सेलुधियाना के लिए और एक विशेष दूध रेक पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई। इसी क्रम में, पहले से अधिसूचित और पोरबंदर एवं शालीमार के बीच चलने वाली ट्रेन नम्बर 00913 / 00914 पार्सल स्पेशल ट्रेन को अब वाणिज्यिक मांग के अनुसार भरूच, अंकलेश्वर, गोंदिया, पंकसुरा और मेकेड़ा स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में अतिरिक्त ठहराव प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।


लॉकडाउन के कारण नुक़सान और रिफंड अदायगी

कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान 1581 करोड़ रुपये से अधिक
रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 230.17 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1351.29 करोड़ रुपये का नुक़सान शामिल है। इसके बावजूद अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप, पश्चिम रेलवे ने 382.97 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई डिवीजन ने 181.87 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है।
अब तक, 58.76 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिये हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त की है।