मारकंडेय महादेव कैथी (Markandey Mahadev Kaithi) सम्पूर्ण क्षेत्र को विकसित किया जायेगा: डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय
मारकंडेय महादेव कैथी (Markandey Mahadev Kaithi) स्थित गंगा में 45 लाख की लागत से गंगा में फ्लोटिंग जेटी लगायी जायेगी
- मारकंडेय महादेव कैथी (Markandey Mahadev Kaithi) सम्पूर्ण क्षेत्र को पर्यटन, धार्मिक पर्यटन तथा रोजगार के अवसर को बढ़ाने के उद्देश्य से विकसित किया जायेगा-डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय
- मारकंडेय महादेव कैथी (Markandey Mahadev Kaithi) का पूरा क्षेत्र विश्व मानचित्र पर दार्शनिक स्थल के रूप में दिखाई देगा-कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री, भारत सरकार
- कैथी के गंगा क्षेत्र में बहुतायत में पायी जाने वाली डाल्फिंस को संरक्षित किया जायेगा
रिपोर्ट : डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 07 मार्च: भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कैथी स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में धार्मिक स्थल (Markandey Mahadev Kaithi) मार्कण्डेय महादेव कैथी के साथ ही समग्र क्षेत्र के विकास में सभी को सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि सम्पूर्ण क्षैत्र को पर्यटन, धार्मिक पर्यटन तथा रोजगार के अवसर को बढ़ाने के उद्देश्य से विकसित करने की योजना है। जिससे यह क्षेत्र विश्व मानचित्र पर दार्शनिक स्थल के रूप में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में मेरी परिकल्पना में हरिद्वार की तरह स्वरूप देने का एक प्रयास है इस सोच को ध्यान में रख कर सभी के सहयोग से आगे बढ़ा जायेगा।
मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय ने मंदिर मार्ग के चौड़ीकरण में आने वाली जमीन के मालिकों से कहा कि सड़क की चौड़ाई 9 मीटर रखी गई है इस पर सहमत हो जायें। इसके अलावा वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य होंगे सबकी सहमति से किये जायेंगे। पीडब्ल्यूडी द्वारा मंदिर का सौंदर्यीकरण, बाउण्ड्रीवाल एवं गेट का निर्माण 1.5 करोड़, रिंग रोड से मार्कण्डेय महादेव मंदिर तक रोड का निर्माण भूमि के मूल्यांकन सहित 3.5 करोड़ तथा मार्कण्डेय महादेव (Markandey Mahadev Kaithi) से संगम घाट तक रोड का निर्माण भूमि के मूल्यांकन सहित 6.81 करोड़ का कार्य व संगम घाट से पूर्व निर्मित घाट के पाथवे का निर्माण 7 करोड़ का सिंचाई निर्माण विभाग के कार्य का प्रस्ताव प्रेसित किया जा चुका है।
मंदिर का सुव्यवस्थित (Markandey Mahadev Kaithi) निर्माण किया जायेगा मूल स्वरूप में कोई तोड़फोड़ नहीं किये जाने का आश्वासन लोगों को देते हुए कहा कि धर्मशाला को व्यवस्थित/सुधार के लिए डेढ़ करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। सम्पूर्ण पहल का लाभ राष्ट्रीय पर्यटन एवं क्षेत्रीय जनता के रोजगार को होगा। महाशिवरात्रि, श्रावण मास तथा त्रयोदशी व विवाह आदि के समय भीड़ होती है ऐसे अवसर पर लोगों को शौचालय आदि की व्यवस्था कराने तथा राष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर स्थल को दर्ज कराने का निर्देश मंत्री द्वारा जिलाधिकारी को दिया गया।
गंगा में 45 लाख की लागत से गंगा में फ्लोटिंग जेटी लगायी जायेगी। कैथी के गंगा क्षेत्र में बहुतायत में पायी जाने वाली डाल्फिंस को संरक्षित करने के साथ ही नाविकों को इसकी ट्रेनिंग दिलाकर विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण पैदा करके व्यवसाय से जोड़ने पर नाविक समाज से आगे आने पर जोर दिया गया।
इसके पूर्व जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने धार्मिक स्थल के विकास के साथ-साथ कैथी परिक्षेत्र (Markandey Mahadev Kaithi) के समेकित विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की और प्रस्तावित कार्यों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी सहित पीडब्ल्यूडी, सिंचाई व राजस्व विभाग के सम्बंधित अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे।
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