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India helped sri lanka: एक बार फिर श्रीलंका की मदद के लिए आगे आया भारत, जानें विस्तार से…

India helped sri lanka: मोदी सरकार ने द्वीप राष्ट्र को 65,000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति करने का फैसला किया

नई दिल्ली, 14 मईः India helped sri lanka: श्रीलंका में दिन ब दिन आर्थिक और राजनीतिक हालात बिगड़ते जा रहे हैं। देश में जारी महंगाई के कारण लोगों में काफी रोष फैला हुआ है। वहीं श्रीलंका के इस आर्थिक संकट के बीच भारत ने एक बार फिर उनकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया हैं। दरअसल केंद्र सरकार ने द्वीप राष्ट्र को 65,000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति करने का फैसला किया हैं।

India helped sri lanka: यह निर्णय भारत में श्रीलंकाई उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा और भारत के उर्वरक विभाग के सचिव राजेश कुमार चतुर्वेदी की बैठक के बाद आया है, जहां इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। बैठक में मोरागोडा और कुमार चतुर्वेदी दोनों ने संभावित तरीकों और उपायों पर चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत से श्रीलंका को रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति मौजूदा क्रेडिट लाइन के तहत की जाए।

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श्रीलंका ने लगा रथा रासायनिक उर्वरकों के आयात पर प्रतिबंध

इससे पहले श्रीलंका सरकार ने जैविक कृषि की ओर से बढ़ने की अपनी योजना के तहत पिछले वर्ष रासायनिक उर्वरकों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि जैविक उर्वरकों की अपर्याप्त आपूर्ति के साथ अचानक आर्थिक संकट आने से वहां के कृषि उत्पादन को काफी नुकसान हुआ है जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।

भारत करेगी 300 करोड़ से अधिक की मदद

India helped sri lanka: भारत ने साल की शुरुआत से श्रीलंका को क्रेडिट लाइन के तहत 300 करोड़ से अधिक की मदद प्रदान करने का वादा किया हैं। भारत ने भी श्रीलंका की नई सरकार के साथ काम करने की इच्छा जाहिर की है। वहीं राजनीतिक उठापटक के बीच रानिल विक्रमसिंघे को रिकार्ड छठे कार्यकाल के लिए श्रीलंका का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया हैं।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने लोगों को अपना आश्वासन दिया है कि वह द्वीप देश को पेट्रोल, डीजल और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। बता दें कि वर्तमान में श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा हैं। वहां भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती के कारण हर रोज हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।

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