Competitiveness Mindset Institute BHU

Competitiveness Mindset Institute: बी एच यू ने कम्पिटिटिवनेस माइंडसेट इंस्टिट्यूट – इंडिया के साथ सहमति ज्ञापन पर किये हस्ताक्षर

Competitiveness Mindset Institute: विद्यार्थियों को दिया जाएगा मूल्यपरक नेतृत्व का प्रशिक्षण

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने किया विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व व पदाधिकारियों के लिए फ्लाई सीनियर कार्यक्रम का उद्घाटन

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रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 03 अगस्त:
Competitiveness Mindset Institute: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास। इस दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा पिछले कुछ वर्षों में अनेक नई पहलें की गई हैं, जिनका उद्देश्य है विद्यार्थियों में ऐसे कौशल व निपुणता का विकास करना जिससे वे न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से बल्कि अपने शैक्षणिक व पेशेवर जीवन में भी उत्कृष्टता हासिल कर सकें।

फाइंडिंग लीडर इन यू स्कॉलर (Finding Leader in You Scholar – FLY Scholar) कार्यक्रम एक ऐसा ही प्रयास है, जिसके तहत बीएचयू के सैकड़ों विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके हैं. लगभग डेढ़ वर्ष के दौरान, जब से विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, 1300 से अधिक विद्यार्थियों को फ्लाई प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

कम्पिटिटिवनेस माइंडसेट इंस्टिट्यूट – भारत, (Competitiveness Mindset Institute) के सहयोग से आयोजित हो रही फ्लाई ट्रेनिंग का उद्देश्य भविष्य के लिए ऐसे कुशल नागरिक तैयार करना है, जो जानकार भी हों तथा मूल्यों एवं सामाजिक कर्तव्यों के लिए प्रतिबद्ध भी हों। इस पहल को एक कदम और आगे ले जाते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने कम्पिटिटिवनेस माइंडसेट इंस्टिट्यूट – भारत, के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं। सहमति के तहत गैर-लाभकारी-संस्था सीएमआई-इंडिया काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में ऐसे कौशल के विकास का प्रशिक्षण देगा, जिससे उन्हें कक्षाओं व कार्यस्थल में अधिक प्रभावी ढंग से एवं बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।

इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण के दौरान मूल्यपरक नेतृत्व के विकास के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने एवं प्रतिस्पर्धी दृष्टिकोण अपनाने में सहायता से विद्यार्थियों की रोज़गार हासिल करने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।सहमति पत्र के तहत अगले तीन वर्षों के दौरान विद्यार्थियों को आधुनिक सम्प्रेषण कौशल का प्रशिक्षण भी प्राप्त होगा, जिससे वे पारस्परिक संबंध, विश्वास एवं विश्वसनीयता बढ़ाने में कामयाब हो पाएंगे।

कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा सीएमआई-इंडिया की अध्यक्ष प्रो. हवोवी त्रिवेदी ने डेयरी विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग के कामधेनु सभागार में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन तथा विश्वविद्यालय के अन्य शीर्ष पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। इस दौरान कुलपति ने विश्वविद्यालय के शीर्ष पदाधिकारियों, नीति निर्माताओं व शैक्षणिक प्रमुखों के लिए विशेष रूप से तैयार फ्लाई सीनियर कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया।

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इस संवादात्मक कार्यक्रम के दौरान नेतृत्व कौशल के विभिन्न आयामों जैसे पहल करने, समस्याओं के समाधान, नवोन्मेष आदि से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें संस्थानों के निदेशकों, संकाय प्रमुखों, विभागाध्यक्षों, विभिन्न इकाइयों के समन्वयकों एवं आचार्य प्रभारियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागिता की एवं अपने विचार साझा किये।

अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विद्यार्थी एवं संस्थान केन्द्रित तथा उनके हित व कल्याण को सर्वोपरि रखने वाले दृष्टिकोण की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि फ्लाई कार्यक्रम अत्यंत प्रभावी एवं कुशल रूप से प्रतिभागियों में ऐसी काबिलियत विकसित कर रहा है जो उन्हें विभिन्न भूमिकाओं में मददगार साबित होंगी। कुलपति ने बताया कि फ्लाई में शामिल होने वाले कई विद्यार्थियों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने पाया कि विद्यार्थियों के व्यवहार, व्यक्तित्व एवं दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन आया है।

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शीर्ष अधिकारियों के लिए आयोजित सत्र के संदर्भ में प्रो. हवोवी त्रिवेदी ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन द्वारा की गई इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान निर्णय प्रक्रिया के विभिन्न पक्षों से जुड़े अधिकारियों को एक दूसरे के साथ अनौपचारिक रूप से भी जुड़ने तथा अपने अनुभव साझा करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व से साथ इस स्तर पर जुड़ना सीएमआई के लिए विशेष अवसर है।

सीएमआई-अमेरिका में फ्लाई कार्यक्रम की निदेशक डॉ. अपर्णा राजगोपाल ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के लिए तैयार फ्लाई सीनियर कार्यक्रम के दो पहलु हैं। पहला, फ्लाई प्रशिक्षण को लेकर विद्यार्थियों के अनुभव जानना, तथा दूसरा, शीर्ष नेतृत्व को एक ऐसी पुख्ता रूपरेखा प्रदान करना कि वे नई पहलों को लेकर तथा समस्या समाधान के संदर्भ में अपनी टीम के साथ विचार कर सकें। सीएमआई-इंडिया की निदेशक उमा ओझ़ा ने बताया कि यह कार्यक्रम शीर्ष नीति निर्माताओं को अपनी सोच के बारे में सोचने, रणनीतियां साझा करने एवं साथ में सीखने का अवसर उपलब्ध कराता है।

एक दिन के इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों के दौरान प्रतिभागियों को विविध गतिविधियां दी गई, जैसे ऐसे विषयों व मुद्दों की पहचान करना जिन्हें वे संभावित चुनौतियों की तरह देखते हैं, परेशानियों को परिभाषित करना, तथा उनके समाधान के लिए कदम उठाना।

विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थियों का फ्लाई प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू किया जा चुका है। वर्तमान में महिला महाविद्यालय, सामाजिक विज्ञान संकाय तथा नर्सिंग महाविद्यालय कुल 120 प्रतिभागियों के तीन समूहों का प्रशिक्षण चल रहा है। इससे पूर्व प्रबंध शास्त्र संस्थान में 110 विद्यार्थियों के तीन समूह फ्लाई प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। विश्वविद्यालय में फ्लाई कार्यक्रम की समन्वयक प्रो. ललिता वत्ता ने बताया कि कृषि विज्ञान संस्थान में 120 प्रतिभागियों के तीन समूहों का प्रशिक्षण 4 से 7 अगस्त तक चलेगा।

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