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Yogi adityanath cabinet: प्रधानमंत्री के क्षेत्र वाराणसी से योगी मंत्रीमंडल में शामिल हुए तीन भाग्यशाली

  • रविंद्र जायसवाल और अनिल राजभर पर पुनः जताया भरोसा परंतु नीलकंठ तिवारी का कटा पत्ता
  • बिना चुनाव लड़े डॉ दया शंकर मिश्र दयालु को मंत्री बनाकर आला कमान ने सबको चौकाया
  • शहर दक्षिणी में हुआ एकदम उल्टा…. इसलिए कटा नीलकंठ का पत्ता…..

Yogi adityanath cabinet: योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में बेबी रानी मौर्य समेत पांच महिलाओं को बनाया गया मंत्री, देखें लिस्ट

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 26 मार्च: Yogi adityanath cabinet: उत्तर प्रदेश में इतिहास रचने वाले योगी आदित्यनाथ के पार्ट 2 कार्यकाल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से तीन भाग्यशाली और विश्वसनीय व्यक्तियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। एक तरफ जहाँ पूर्व मंत्री रविंद्र जायसवाल और अनिल राजभर पर पुनः भरोसा जताया गया, वही दूसरी ओर नीलकंठ तिवारी को उनका अहंकार ले डूबा। तीसरे मंत्री के रूप में भाजपा के शीर्षस्थ नेतृत्व ने शिक्षाविद डॉ दया शंकर मिश्र दयालु को मंत्रिमंडल में शामिल करके सबको चौका दिया।

वाराणसी शहर उत्तरी से लगातार तीन बार बड़ी जीत हासिल करने वाले पूर्व मंत्री रविंद्र जायसवाल का दुबारा मंत्री बनना तय था। प्रथम कार्यकाल में बेदाग रही छवि और लगातार क्षेत्र में रही सक्रियता ने जायसवाल को एक कर्मठ नेता के रूप में पहचान दिलाई। शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से बड़बोले नेता ओमप्रकाश राजभर के बेटे को धूल चटाने वाले पूर्व मंत्री अनिल राजभर ने भी इस चुनाव में शानदार जीत हासिल करके, अपनी प्रतिष्ठा में खूब इजाफा किया। राजभर समाज ने अनिल के माथे पर जीत का सेहरा बांध कर, उन्हें पूर्वांचल में स्थापित कर दिया। इस लिहाज से अनिल राजभर ने योगी मंत्रिमंडल पार्ट 2 में अपनी मजबूत दावेदारी ठोक दी थी।

योगी मंत्री मंडल (Yogi adityanath cabinet) पार्ट 1 के चर्चित मंत्री नीलकंठ तिवारी, अपने अहंकार मय स्वाभाव और जनता से बनी उनकी दूरी के कारण, पार्ट 2 मंत्री मंडल से उनका पत्ता साफ हो गया। चुनाव के दौरान ही यह स्पष्ट होने लगा था कि, नीलकंठ का जीतना मुश्किल है….और वे मुश्किल से ही जीते…।

Yogi adityanath cabinet: वाराणसी के लगभग सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत का बड़ा अंतर रहा, वहीं नीलकंठ तिवारी को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी किशन दीक्षित ने 22 राउंड तक जीत से वंचित रखा….। अंतिम समय में किसी तरह वे जीत गये। परिणाम वाले दिन ही गली चौराहे पर चर्चा आम हो गई थी कि नीलकंठ गुरु के अहंकार उनके ले डूबल..।

बताते चले कि इसी क्षेत्र में बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर का भव्य निर्माण हुआ है। लगातार 5 वर्षो तक योगी और मोदी का आगमन इस क्षेत्र में होता रहा। बावजूद इसके नीलकंठ का हारते-हारते जीतना आलाकमान के माथे पर पसीना ला दिया था। चुनाव के पूर्व तक शीर्ष नेतृत्व यह मानकर चल रहा था कि, बाबा काशी विश्वनाथ के क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी की रिकॉर्ड मतों से जीत होंगी लेकिन हुआ एकदम उल्टा इसलिए कटा नीलकंठ का पत्ता।

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Yogi adityanath cabinet: शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से नीलकंठ तिवारी को सपा के ब्राह्मण प्रत्याशी से मिले जबरदस्त टक्कर ने भाजपा आला कमान के माथे पर बल ला दिया था। वाराणसी शहर दक्षिणी का यह क्षेत्र 1989 से ही भाजपा का गढ़ रहा है। यहाँ से लगातार सात बार भाजपा के श्याम देव राय चौधरी दादा विधायक चुने गये। इसी क्षेत्र से पूर्व में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में डॉ दया शंकर मिश्र दयालु ने दादा को टक्कर दिया था।

2014 में दयालु ने भाजपा का दामन थामा और अपनी कर्मठता, मृदुभाषिता के कारण विश्वसनीयता हासिल किया। इसलिए वाराणसी से एक मजबूत और भरोसे मंद ब्राह्मण नेता के रूप में, पार्ट 1 में दर्ज़ा प्राप्त मंत्री रहे डॉ दया शंकर मिश्र दयालु को मंत्री मंडल (Yogi adityanath cabinet) में शामिल करके, भाजपा आला कमान ने पूर्वांचल में बड़ा सन्देश दे दिया। दयालु के उपर ब्राह्मण समाज का अटूट भरोसा ही उन्हें आगे का राजनैतिक मंज़िल स्पष्ट करता जायेगा।

योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली है। उनके साथ दो उपमुख्यमंत्री और 50 अन्य मंत्रीयों ने भी शपथ ली। योगी के मंत्रिमंडल (Yogi adityanath cabinet) में पांच महिला मंत्रियों को भी स्थान मिला है।

मंत्रिमंडल (Yogi adityanath cabinet) में पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। गुलाब देवी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलाई गई है। इनके साथ ही तीन महिलाओं को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। इनमें प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी और विजय लक्ष्मी गौतम शामिल हैं।

योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल (Yogi adityanath cabinet) में बेनी रानी मौर्य ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। भाजपा की ओर से बेबी रानी मौर्य को आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से दलित चेहरे के तौर पर 2022 के चुनाव में लांच किया गया था। दिग्गज नेता बेबी रानी मौर्य ने 76,608 से ज्यादा वोटों से बसपा प्रत्याशी किरण प्रभा केसरी को हराया है। भाजपा विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाह से लोग खासे नाराज थे, ऐसे में भाजपा ने चुनावी मैदान में बेबी रानी मौर्य को उतारा था।

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